पटना: बिहार में जब से महागठबंधन की सरकार का गठन हुआ है जब से जिस तरह पूरे प्रदेश में आपराधिक घटनाओं में वृद्धि हुई है उससे पूरे प्रदेश के लोग खौफ में हैं और अब तो वह यहां तक कहने लगे हैं कि बिहार में जंगलराज पार्ट 2 आ गया है. वह 90 के दशक के बिहार को याद करने लगे हैं. पूरे प्रदेश में अपराधी बेखौफ हैं. प्रशासन पर लोगों का भरोसा कम होता जा रहा है. आए दिन यहां पूरे प्रदेश से लूट, हत्या, बलात्कार और अपहरण की खबरें आम हो गई हैं. अभी तो रामनवमी और चैती दुर्गा पूजा के मौके पर बेखौफ अपराधियों नें ऐसा तांडव मचाया कि प्रदेश के 5 जिले दंगों की आग में झुलस रहे हैं. हालांकि इनमें से सासाराम और बिहारशरीफ को छोड़ दें तो अब बाकी के जिलों में स्थिति सामान्य हो गई है. 


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बिहार के लोग उस दिन को याद कर सिहर जा रहे हैं जब सड़कों पर चलना भी खौफ के साये में ही होता था. क्या पता कब किसे उठा लिया जाए. एक खास रकम की डिमांड की जाती थी और फिर उसे मुक्त किया जाता था या फिर अपहृत की लाश ही मिलती थी. लोगों को लगने लगा है कि नई सरकार के गठन के बाद से ऐसा ही कुछ बिहार में होने लगा है. बिहार में नवंबर 2022 जब नई सरकार का गठन हुआ तब से लेकर अब तक का क्राइम ग्राफ देख लें तो आप भी चौंक जाएंगे. 


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बिहार में 90 के दशक की तरह अपहरण की घटनाओं ओर रंगदारी मामले की वारदातों में तेजी आई है.  NMCH के डॉक्टर संजय कुमार के अपहरण के महीनों बीत जाने के बाद भी उनका सुराग नहीं मिल पाया है. बिहार में शिक्षक का बेटा हो या राह चलती कोई किशोरी, मुजफ्फरपुर के डॉक्टर का बेटा हो या कोई सरकारी कर्मचारी लगातार इन्हें बेखौफ अपराधी सड़कों से उठा ले रहे हैं और प्रशासन कई मामलों मे सुराग तक नहीं ढूंढ पा रही है. 


बिहार में दो हफ्तों के भीतर रंगदारी मांगने के 6 बड़े मामले सामने आए हैं. अपहरण, हत्या और बलात्कार के तो मामले पूछने हीं क्या. लेकिन जो मामले रंगदारी के सामने आए हैं वह बेहद चौंकानेवाले हैं. जिनसे भी रंगदारी की रकम मांगी गई है कोई भी कम रसूख वाले नहीं है वह या तो नेता हैं या व्यापारी या फिर सरकारी बाबू , डाक्टर हैं या फिर बालू घाट के संचालक सबको टारगेट पर रखा गया है. ऐसा नहीं है कि ये सब एक जिले में हो रहा है. इन घटनाओं के बारे में जानकर आप भी हैरान रह जाएंगे. ये घटनाएं बेगूसराय, सासाराम, नवादा. तिलैया रेलवे जंक्शन, मोतिहारी. बेतिया के नरकटियागंज से है. मतलब बिहार का कोई हिस्सा इससे अछूता नहीं रहा है. हालांकि पुलिस ने इन मामलों में गिरफ्तारियां भी की हैं और इसे निपटाने का दावा भी किया है. लेकिन जिस तरह से अपराध के मामले बढ़ रहे हैं वह सच में चिंता का विषय है.