रांचीः राजधानी रांची के रातू थाना क्षेत्र में हुए राजकुमार शाही की हत्या की घटना में शामिल राजकुमार की पत्नी और साले को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. राजकुमार शाही की हत्या की प्लानिंग उसकी पत्नी सोनी देवी के द्वारा पिछले छह महीने से की जा रही थी. राजकुमार शाही हत्याकांड में कई तरह के चौंकाने वाले खुलासे हुए है. 


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16 साल पहले किया था प्रेम विवाह
घर से भागकर और समाज के खिलाफ जाकर सोनी देवी ने 16 साल पहले राजकुमार शाही से प्रेम विवाह किया था, लेकिन उसी सोनी देवी ने राजकुमार शाही की हत्या करने के लिए पिछले 6 महीने से साजिश रच रही थी. पुलिस की तफ्तीश में यह खुलासा हुआ है कि पति से संबंध खराब होने के बाद सोनी देवी ने अपने ही पति राजकुमार शाही की हत्या की प्लानिंग कर डाली. 


गूगल से लेती थी देसी जहर के बारे में जानकारी
सोनी देवी यह चाहती थी कि उसका पति कुछ इस तरीके से मारा जाए जिससे उसकी मौत बीमारी जैसी लगे. अपनी साजिश को अंजाम देने के लिए सोनी देवी ने गूगल से सर्च कर कई तरह के देसी जहर के बारे में जानकारियां जुटाई. सोनी देवी कई तरह के देसी जहर राजकुमार को खाने में मिलाकर देने लगी थी, लेकिन उसका असर राजकुमार पर नहीं हुआ.


गूगल पर सर्च के दौरान ही सोनी देवी को यह जानकारी मिली कि अगर धतूरे के कच्चे बीज को खाने में मिला कर दिया जाए तो धीरे-धीरे व्यक्ति की मौत हो जाएगी. 15 मई की रात को राजकुमार शाही ने घर में बनाने के लिए मटन लाया था. सोनी देवी को यह भी पता था कि अगर खाने में कच्चा धतूरे का बीज डाला जाए तो वह ज्यादा असर करता है. ऐसे में उसने मटन को पकाने के बाद उसमें कच्चा धतूरे का बीज मिला दिया. मटन खाने के बाद मंगलवार की सुबह तक राजकुमार शाही धतूरा मिला हुआ मटन खाकर बेहोश पड़ा रहा, लेकिन उसके सांसे चलती रही. 


भाई भी था शामिल
सोनी देवी को लगा कि एक बार फिर से वह अपने मंसूबों में नाकामयाब हो जाएगी, जिसके बाद उसने एक खतरनाक फैसला लिया और घर में रखें एक धारदार हथियार से राजकुमार शाही की गर्दन रेत दी. गर्दन रेतने की वजह से राजकुमार शाही की मौत हो गई. पुलिस की जांच में यह बात भी सामने आई कि राजकुमार शाही हत्याकांड को अंजाम देने की साजिश में सोनी देवी का भाई सचिंद्र नाथ भी शामिल था. 


राजकुमार साहू की हत्या करने के बाद सबसे पहला फोन सोनी देवी ने अपने भाई को ही किया था, ताकि लाश को ठिकाने लगाया जा सके, लेकिन खून से लथपथ लाश को देखकर सचिंद्र नाथ ने उसे ठिकाने लगाने से मना कर दिया था.


पुलिस की तफ्तीश में यह बात सामने आई है कि प्रेम विवाह करने वाले राजकुमार और सोनी के रिश्ते शादी के दो साल बाद ही खराब होने शुरू हो गए थे. सोनी देवी बेहद पढ़ी-लिखी महिला थी और उसकी अपनी महत्वाकांक्षा थी कि वह घर से बाहर निकलकर नौकरी करें पैसे कमाए, लेकिन राजकुमार ने उसे नौकरी नहीं करने दी. राजकुमार अपनी पत्नी को पैसे भी नहीं दिया करता था. यहां तक कि जब वह उसके साथ कमरे में सोती थी तभी उसे पैसे दिया करता था. राजकुमार के व्यवहार से सोनी देवी डिप्रेशन में जा चुकी थी और उसे हर हाल में मार देना चाहती थी.
इनपुट-कामरान जलीली


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