Ranchi: झारखंड की राजधानी रांची में पुलिस ने 20 अगस्त, 2024 दिन मंगलवार को ओडिशा पुलिस के साथ बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया. इस संयुक्त छापेमारी की कार्रवाई में एक खाली फ्लैट से कम से कम 5 सिम बॉक्स बरामद किए गए हैं. वहीं, ओडिशा पुलिस ने हाल में एक बड़े सिम बॉक्स गैंग का खुलासा किया था और ये सिम बॉक्स उससे जुड़े हैं. अब सवाल उठने लगे है कि इतने बड़े पैमाने पर सिम बॉक्स का क्या होने वाला था. यह साइबर क्राइम है या आतंकी कनेक्शन! क्या है सिम बॉक्स का मामला, चलिए जानते हैं.


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रांची के नामकुम थाना क्षेत्र के कांटा टोली स्थित मौलाना आजाद कॉलोनी के रोड नंबर 15 के मकान से 8 सिम बॉक्स बरामद किए गए, जिसका इस्तेमाल साइबर फ्रॉड, आतंकवादी गतिविधि, सस्ती विदेशी कॉल समेत विभिन्न गैर कानूनी कार्यों के लिए किया जाता है. पुलिस की टीम ने 8 सिम बॉक्स के अलावा 800 सिम कार्ड भी बरामद किए हैं.


उड़ीसा पुलिस की टीम कटक से सिम बॉक्स के साथ गिरफ्तार आरोपी राजू मंडल को लेकर रांची पहुंची थी. नामकुम और लोअर बाजार थाने की पुलिस के सहयोग से कांटे टोली स्थित उसके आवास पर छापेमारी की गई और तमाम चीजों को बरामद किया गया. उड़ीसा पुलिस यह जानकारी इकट्ठा कर रही है कि आरोपी राजू का कोई आतंकी कनेक्शन तो नहीं है.


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बता दें कि सिम बॉक्स का इस्तेमाल मूल फोन नंबर छिपाने के लिए किया जाता है. रांची के एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा ने कहा कि ओडिशा और रांची पुलिस ने संयुक्त रूप से नामकुम थाना क्षेत्र के तहत मौलाना आजाद कॉलोनी में एक फ्लैट में छापा मारा. पुलिस उपाधीक्षक अमर कुमार पांडेय ने बताया, 'खाली पड़े फ्लैट में छापा मारकर कम से कम 5 सिम बॉक्स बरामद किए गए हैं.


इनपुट: कामरान जलीली


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