पटना: बिहार में भाजपा की कमान प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर सम्राट चौधरी को सौंपने के बाद से ही चौधरी एक्शन मोड में नजर आ रहे हैं. वह एकदम योगी आदित्यनाथ स्टाइल में अपनी पार्टी के लिए जमीन पर काम करते नजर आ रहे हैं. आपको बता दें कि सम्राट चौधरी पर भाजपा ने लोकसभा चुनाव 2024 और बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए जिम्मेदारी दी गई है. 


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बता दें कि बीजेपी एक तो बिहार में मुख्यमंत्री पद के लिए व्यवहारिक और बड़े चेहरे की तलाश कर रही है ऐसे में सम्राट चौधरी इस मौके को भुनाने में लगे हुए हैं.  वह तेजी से राजनीतिक तौर पर अपने आप को बेहतर और बेहतर बनाकर तेजी से लक्ष्य साधने की ओर कदम बढ़ा रहे हैं. सम्राट को पता है कि दरअसल 2024 के लोकसभा चुनाव परिणाम के द्वारा ही उनकी साख भी परखी जा सकेगी. यानी ये उनके राजनीतिक कद के लिए एक लिटमस टेस्ट है.


ऐसे में सम्राट चौधरी के निशाने पर नीतीश कुमार हीं रहे हैं. वह लगातार नीतीश कुमार के काम करने के तरीके की आलोचना करते रहते हैं और उन्हें मेमोरी लॉस वाला सीएम तक बता दिया है. ऐसे में बुधवार को दरभंगा में एक जनसभा संबोधित करते हुए एक बार फिर से सम्राट चौधरी ने नीतीश कुमार को अपने निशाने पर लिया. सम्राट ने यहां लोगों के सामने साफ तौर पर कहा कि उन्हें यानी भाजपा को बिहार में विकास भी करना है और कानून का राज भी स्थापित करना है. 


यहां एकदम योगी आदित्यनाथ के अंदाज में जनसभा क दौरान सम्राट ने जनता से पूछा, गुंडो को कहां जाना है? नीचे जनता की तरफ से जवाब मिला जेल के अंदर. इसके बाद सम्राट ने दोहराया कि गुंडे जेल नहीं तो मिट्टी के अंदर जायेंगे. जनता को उन्होंने साफ कहा कि गुंडों को सिर्फ जेल के अंदर जाने से काम नहीं चलेगा. आगे सम्राट ने कहा कि नीतीश कुमार क्या कर रहे हैं...जितने भी अपराधी हैं उन्हें जेल से बाहर ला रहे हैं. इसलिए चिंता करना है कि बिहार कहां जा रहा है. मतलब साफ है कि वह योगी आदित्यनाथ के नक्शेकदम पर चलकर बिहार को गुंडा मुक्त शासन देने की राह में कदम बढ़ाना चाह रहे हैं और इसके लिए जनता से सहयोग मांग रहे हैं. 


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सम्राट नीतीश कुमार को मेमोरी लॉस सीएम भी कह चुके हैं. उन्होंने यह तक कह दिया कि बिहार में लोगों को नीतीश कुमार ने शराबी बना दिया. उनका दावा था कि बिहार में शराब की होम होम डिलीवरी हो रही है. जो सिर्फ जेडीयू के लोग कर रहे हैं या फिर शराब का सेवन कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि बिहार में अवैध शराब के जरिए 10,000 करोड़ का राजस्व केवल जेडीयू को मुहैया कराया गया है. उन्होंने विपक्ष को एकजुट करने निकले नीतीश के प्रयास को लेकर कहा कि वह बिचौलिए का काम कर रहे हैं. उन्हें बिहार की जनता के बारे में कई चिंता नहीं है. यह जानते हुए की पीएम पद के लिए कोई वैकेंसी नहीं है वह फिर भी यात्रा कर रहे हैं. 


बता दें कि राजद से राजनीतिक शिक्षा लेकर जदयू के रास्ते हम और फिर भाजपा तक का सफर तय करनेवाले सम्राट चौधरी को भी पता है कि भाजपा में अगर एक बड़े नेता के तौर पर स्वीकार्यता चाहिए तो आपको पहले अपने आप को भाजपा के नक्शेकदम पर चलकर दिखाना होगा. ऐसे में उन्होंने योगी आदित्यनाथ के स्टाइल को स्वीकार कर लिया है. ऐसे में अब बिहार की जनता सम्राट के इस स्मार्ट कदम को कितना स्वीकार करती है चुनाव के बाद ही इसका पता चल पाएगा.