Darbhanga: बिहार में कोरोना महामारी के कहर के बीच इन दिनों जगह-जगह खराब पड़ी एंबुलेंस को लेकर राजनीतिक वाद-विवाद जारी है. दो दिन पहले जाप सुप्रीमो और पूर्व सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने छपरा पहुंचकर सारण के सांसद राजीव प्रताप रूढ़ी के फंड से खरीदी गईं बेकार पड़ी एंबुलेंस पर सवाल खड़े किए थे. अभी यह प्रकरण खत्म भी नहीं हुआ था कि रविवार को उन्होंने दरभंगा के मेडिकल ग्राउंड में बेकार पड़ी एंबुलेंस को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं.


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इन एंबुलेंस की तस्वीरों को ट्विटर पर शेयर करते हुए पप्पू यादव ने बताया कि ये पूर्व सांसद कीर्ति आजाद के फंड से खरीदी गई हैं. साथ ही इसे लेकर पप्पू यादव ने बिहार सरकार और दरभंगा के वर्तमान सांसद गोपालजी ठाकुर को भी घेरा. हालांकि, इस ट्विट के बाद दरभंगा के सिविल सर्जन ने जवाब देते हुए इन्हें पीएचसी की अनुपयोगी और रद्दी एंबुलेंस बताया है.


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जाप सुप्रीमो पप्पू यादव ने अपने ट्विट में लिखा 'यह सब हाईटेक लाइफ सपोर्ट सिस्टम, एक्सरे, जेनेरेटर युक्त एम्बुलेंस है. दरभंगा के MP रहे कीर्ति झा आजाद जी के सांसद फंड से खरीदी गई थी, हरेक पर लागत 32 लाख थी. इसका रजिस्ट्रेशन भी नहीं हुआ है. बिना उपयोग के वर्षों से सड़ने छोड़ दिया गया है. DMCH दरभंगा के खेल मैदान बेंता ओपी के पास!'



अपने ही ट्विट पर कमेंट देते हुए पप्पू यादव ने दोबारा लिखा 'यहां जिम्मेदारी सरकार की है, जिला प्रशासन की है, तत्कालीन सांसद ने जनहित में इतना बढ़िया एम्बुलेंस खरीदकर सौंप दिया. संचालन प्रशासन को करना था तो उसने सड़ने छोड़ दिया. बाकी अभी के सांसद तो कमाल के हैं ही.'



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इधर, पप्पू यादव के इस ट्विट के बाद दरभंगा के सिविल सर्जन डॉ. संजीव कुमार सिन्हा ने अपना जवाब दिया. दरभंगा जिला जनसंपर्क कार्यालय ने सिविल सर्जन के बयान से संबंधित एक प्रेस रिलीज जारी कर पप्पू यादव के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया. 


इस संबंध में सिविल सर्जन, दरभंगा डॉक्टर संजीव कुमार सिन्हा ने बताया कि 'DMCH में पड़े हुए ये सभी पुराने अनुपयोगी एम्बुलेंस दरभंगा के विभिन्न प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के रद्दीकरण किए गए एंबुलेंस हैं, जो अब उपयोग योग्य नहीं है.'


(इनपुट- मुकेश श्रीवास्तव)