दरभंगा : मनीगाछी प्रखंड के मकरंदा गांव स्थित प्राथमिक स्कूल दिन दिनों शराबियों का अड्डा बना हुआ है. यह हाल तब है जब सरकार ने बिहार में पूर्ण रूप से शराबबंदी लगा रखी है. स्कूल प्रशासन खुद सरकार के नियमों की धज्जियां उड़ा रहे है. दरअसल, बुधवार और गुरुवार को अधिकारी स्कूल का निरीक्षण करते है. प्राथमिक स्कूल के एक कमरे में गद्दा लगा था और शराब की बोतल गुटका समेत सिगरेट के साथ दो शराबी शराब पी रहे थे. यहीं नहीं नीचे क्लास चल रही थी और बच्चे पढ़ रहे थे.


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क्या है पूरा मामला
इस मामले का खुलासा वरीय उपसमाहर्ता पुष्पिता झा द्वारा विद्यालय का औचक निरीक्षण करने के बाद हुआ. बुधवार को पुष्पिता झा स्कूल का निरीक्षण करने पहुंची थीं. दो ही कमरे में सभी क्लास चलता देख उन्होंने प्रिंसिपल से पूछा कि छत पे कमरे बने है तो फिर नीचे ही सभी क्लास दो ही कमरों में क्यों चल रहा है, तो प्रिंसिपल ने बहाना बनाना शुरू कर दिया. जिस पर अधिकारी को शक हुआ और वो पहली मंजिल की छत पर पहुंच गई. जब उन्होंने स्कूल की पहली मंजिल पर बंद पड़े एक कमरे का ताला खुलवाया तो भौंचक रह गईं. कमरे में बैठकर 2 लोग शराब पी रहे थे. कमरे से शराब की बोतलें, सिगरेट, माचिस आदि बरामद हुआ.


प्रधानाध्यापिक की मिलीभगत से चल रहा था खेल
बता दें कि स्कूल में शराब पीने का काम प्रधानाध्यापिका साजदा खातून और उसके पति मोहम्मद मुख्तार के संरक्षण में शराब का कारोबार चल रहा था. वहीं दोनों लोगों को शराब पीने के लिए स्कूल का कमरा दिया करते थे. स्कूल में शराब पीने का सिलसिला काफी दिनों से चल रहा था. बता दें कि जब टीम ने औचक निरीक्षण किया तो शराब पीने वाले दोनों शराबी मौके का फायदा उठाकर भाग निकले. इनकी पहचान गांव के ही प्रकाश सदाय और मिथिलेश सदाय के तौर पर हुई है. इस दौरान मुख्तार पर शराब की बोतलें छिपा देने का भी आरोप है. बता दें कि जिला शिक्षा पदाधिकारी शमर बहादुर सिंह ने BEO को 24 घंटे के अंदर विभागीय और बिधि सम्बत कारवाई कर जानकारी देने का निर्देश दिया है.


इनपुट- मुकेश कुमार


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