बेगूसराय: बेगूसराय सदर अस्पताल में कोरोना जांच बंद होने से जांच करने आए लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.दरअसल राज्य स्वास्थ्य समिति के द्वारा 2 जनवरी को एक आदेश निकला गया जिसमें कोरोना जांच कार्य कर रहे टेक्नीशियन को अगले आदेश तक के लिए हटा दिया गया है.जिस वजह से आज से कोरोना जांच बंद हो गया है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

बेगूसराय सदर अस्पताल सहित 18 प्रखंड स्वास्थ्य केंद्रों में करीब 30 टेक्नीशियन को अनुबंध के आधार पर कोरोना जांच के लिए रखा गया था .इस बीच 2 जनवरी को राज्य स्वास्थ्य समिति ने एक पत्र जारी कर सभी लैब टेक्नीशियन को अगले आदेश तक के लिए हटा दिया है जिस वजह से कोरोना जांच आज से बंद है.सदर अस्पताल में खासकर जमानत कराने वाले आरोपियों को या जेल भेजने वाले आरोपियों की कोरोना जांच अनिवार्य है लेकिन कोरोना जांच नहीं होने से लोगों को परेशानी हो रही है.


इसके साथ ही बेगूसराय में बरौनी रिफाइनरी में काम करने वाले मजदूरों की एंट्री भी कोरोना जांच के बाद ही मिलती है तो ऐसे सभी लोगों की परेशानी जांच बंद होने से बढ़ गई है.कोरोना जांच कराने पहुंचे लोगों ने कहा कि कोरोना जांच कराने पहुंचे तो बताया गया कि जांच बंद है ,अगर जांच नहीं होगा तो कोर्ट से जमानत मिलने में दिक्कत होगी वहीं दूसरी और लैब टेक्नीशियन ने कहा कि 4 साल से काम कर रहे थे अचानक राज्य स्वास्थ्य समिति के द्वारा हटा दिया गया है.इन लोगों के सामने भी समस्या है इतने दिन काम करने के बाद अचानक से हटा दिया गया यह लोग करें तो करें.


बताते चलें कि एक और देश में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ रही है ऐसे में जांच तेज करने की जगह बिहार में स्वास्थ्य समिति के द्वारा जांच कर रहे लैब टेक्निशियनों को ही हटा दिया है जिससे जांच ही बंद हो गई है इससे जहां लोगों की परेशानी बढ़ रही है वहीं कोरोना को लेकर सरकार की संवेदनहीनता भी सामने आई है.