बदरुद्दीन अजमल और राहुल गांधी पर जमकर बरसे गिरिराज, कहा- पहले सनातन धर्म को समझें
बेगूसराय में चार दिवसीय गायत्री महायज्ञ को लेकर आज भूमि पूजन का काम केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने आईटीटी मैदान में किया. इस दौरान केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने धर्म रक्षा को लेकर लोगों से अपील करते हुए कहा कि आज ना गायत्री है ना ध्वजा. भारत को दो भागों में बांटा गया.
बेगूसराय : बेगूसराय में चार दिवसीय गायत्री महायज्ञ को लेकर आज भूमि पूजन का काम केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने आईटीटी मैदान में किया. इस दौरान केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने धर्म रक्षा को लेकर लोगों से अपील करते हुए कहा कि आज ना गायत्री है ना ध्वजा. भारत को दो भागों में बांटा गया. मेरे पूर्वजों से कुछ भूल हुई. आज देश में कट्टरवाद बढ़ रहा है वह नहीं होता.
उन्होंने कहा कि आज समाज में विकृति देखी जा सकती है. हम लोग पहले पिताजी, बाबूजी, मां जी कहते थे और यह मम्मी डैडी वाली संस्कृति कहां से आई. यह संस्कृति का क्षरण है. हम अपनी संस्कृति की रक्षा के लिए गायत्री परिवार से निवेदन करते हैं. उसके तहत एक मुहिम चले. उन्होंने आगे कहा कि अगर बहुसंख्यक कमजोर होगा तो लोकतंत्र पर भी खतरा होगा. इस देश का बंटवारा तो धर्म के नाम हुआ है ऐसे में लोगों को अपनी संस्कृति को जिंदा रखते हुए चेतना जगाने की जरूरत है. लोगों को अपने सनातन के साथ जुड़ने की जरूरत है.
बदरुद्दीन अजमल और राहुल गांधी पर भी गिरिराज का हमला
बेगूसराय के सांसद और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने एक बार फिर सनातन धर्म की वकालत करते हुए बदरुद्दीन अजमल के विवादित बयान पर प्रतिक्रिया दी है. दरअसल बदरुद्दीन अजमल ने विवादित बयान देते हुए कहा था कि पूर्व में हिंदुओं के द्वारा गैरकानूनी तरीके से कई पत्नियां रखी जाती थी. इसी बयान को लेकर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि बदरुद्दीन और ओवेसी जैसे लोग हमें नसीहत ना दें. सनातन धर्म में सदैव प्रेम की पूजा होती रही है और इसी का प्रतीक है कि हमारे पूर्वज राजा सागर के साठ हजार पुत्र थे तो वहीं कृष्ण की 16000 प्रेमिका और पत्नियां थीं. आज भारत में वही मुसलमान हैं जिसे मुगल काल में मुगलों ने सम्मान नहीं दिया था.
वहीं दूसरी ओर राहुल गांधी पर प्रहार करते हुए उन्होंने कहा कि वह पहले सनातन धर्म और संस्कृति को समझें. हम तो दुर्गा, काली, सीता सहित सभी देवी देवताओं को एक समान पूजते हैं एवं उन्हें माता का स्वरूप मानते हैं. दरअसल राहुल गांधी ने खुले मंच से कहा था कि RSS में सिर्फ श्री राम बोला जाता है. सियाराम जैसे शब्द आरएसएस और BJP वालों के मुंह से नहीं निकलते. क्योंकि बीजेपी में महिलाओं का सम्मान नहीं है.
(रिपोर्ट- राजीव कुमार)
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