फर्जी दरोगा बन करता था अवैध वसूली, आरोपी के भाई ने दिखाए महत्वपूर्ण दस्तावेज
Bihar News: दरभंगा पुलिस द्वारा एक फर्जी दरोगा को गिर्फतार किया गया है. जो लोगों से अध वसूली करता था.
दरभंगा: दरभंगा पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए फर्जी दरोगा अशोक कुमार साह के मामले में आरोपी के भाई ने उसकी नियुक्ति से सम्बंधित कागजात प्रस्तुत कर पुलिसिया सिस्टम पर ही सवाल खड़ा कर दिया है. गिरफ्तारी के बाद मीडिया के सामने आ कर नियुक्ति से सम्बंधित और ड्यूटी के दौरान थाना सहित दुर्गा पूजा के दौरान सुरक्षा ड्यूटी पर तैनाती के लिए पोस्टिंग से संबंधित कागजात प्रस्तुत किये है. इतना ही नहीं आरोपी के भाई ने जो पोस्टिंग की कागजात दिखाए हैं. उसमे आरोपी दारोगा अशोक कुमार साह की तैनाती सिमरी थाना में अवर निरीक्षक के रूप में की गई है.
इतना ही नहीं अभी हाल 11 फरवरी को फिलहाल दरभंगा आये केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान के आने के दौरान जो यातायात व्यवस्था की गई थी. उसमे आरोपी की ड्यूटी दिल्ली मोड़ के पास तैनाती की गई थी. उसने पुलिस कर्मियों के साथ ड्यूटी करते हुए फ़ोटो भी प्रस्तुत किया है. हालांकि दरभंगा के एसएसपी जगुनाथ रेड्डी ने सभी कागजातों को फर्जी बताया है.पूरा मामला जांच के बाद ही सामने आएगा लेकिन जो बातें मुकेश ने अपने भाई के बचाव में रखा उसमे कई बातें बहुत अहम है. मुकेश ने वह पत्र दिखाया जिसमें उसके भाई अशोक कुमार साह को न सिर्फ थाने में ड्यूटी बांटी गई थी बल्कि दुर्गा पूजा से लेकर सरस्वती पूजा के दौरान भी सुरक्षा व्यवस्था के लिए तैनात किया गया था.
इसके अलावे मुकेश ने कई ऐसी तस्वीर भी दिखाई जिसमें उसका भाई पुलिस सब इंस्पेक्टर की वर्दी पहने कई पुलिस वालों से साथ ग्रुप तस्वीर भी ऑन ड्यूटी लिया गया है. इस सम्बन्ध में एसएसपी जगुनाथ रेड्डी ने कहा कि आरोपी अशोक कुमार साह नकली पुलिस सब इंस्पेक्टर बनकर यातायात व्यवस्था में लगा था और आम लोगों से अवैध उगाही भी करता था. वो फ़र्ज़ी पदस्थापना पत्र बना कर पुलिसवालो की आंख में धूल झोख अपना उल्लू सीधा कर रहा था. उसने फ़र्ज़ी आई कार्ड भी बनवा रखा था. कुछ पुलिस वालों के साथ ग्रुप फ़ोटो भी सामने आए है. ऐसे में उन सभी बिंदुओं पर भी जांच जारी है.
इनपुट- मुकेश कुमार
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