बिहार में सेवानिवृत्त सेना जवान की सराहनीय पहल, पेंशन के पैसे से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का किया जीर्णोद्धार
Bihar News: समस्तीपुर जिले में भारतीय सेना केगांव के वर्षो से बंद पड़े सामुदायिक उप स्वास्थ्य केंद्र का अपने पेंशन के पैसे से भवन का जीर्णोद्धार किया. अपने गांव को आदर्श ग्राम बनाने का संकल्प लिया.
समस्तीपुर: भारतीय सेना के जवान अपने सेवाकाल में देश की सेवा तो करते ही हैं लेकिन उनका यह जज्बा सेवानिवृत्ति होने के बाद भी बरकरार रहता है. ऐसे ही एक सेवा के जवान ने अपनी पेंशन के पैसे से सामुदायिक उप स्वास्थ्य केंद्र का जीर्णोद्धार कर दिया. सेवानिवृत्त जवान की इस पहल की चर्चा पूरे इलाके में हो रही है.
पेंशन के पैसे से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का जीर्णोद्धार
समस्तीपुर जिले के मोरवा प्रखंड के लरूआ गांव में रहने वाले भारतीय वायु सेना से सेवानिवृत्त जवान अनिल कुमार इन दिनों अपने कार्यों को लेकर इलाके में चर्चा में हैं. वर्ष 2020 में सेवानिवृत्त होने के बाद जब वो अपने गांव पहुंचे, तो गांव की हालात को देखकर उन्होंने इसे आदर्श ग्राम बनाने का संकल्प लिया. अपने संकल्प को लेकर लेकर उन्होंने पहले तो स्थानीय जनप्रतिनिधि और अधिकारियों से संपर्क किया, लेकिन वहां सिवाय आश्वासन के उन्हें कुछ नहीं मिला. जिसके बाद उन्होंने सबसे पहले अपने गांव के वर्षो से बंद पड़े सामुदायिक उप स्वास्थ्य केंद्र का अपने पेंशन के पैसे से भवन का जीर्णोद्धार किया. स्थानीय अधिकारियों से मिलकर उन्होंने उप स्वास्थ्य केंद्र को पूरी तरह से संचालित करने की गुहार लगाई. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने मौखिक रूप से उन्हें उप स्वास्थ्य केंद्र में उपलब्ध होने वाली सभी सुविधाओं को अविलंब चालू करने का आश्वासन दिया.
ये भी पढ़ें- Bihar News: सांप के काटने पर कराया झाड़ फूंक, इलाज में देरी से हुई मौत
गांव को आदर्श ग्राम के रूप में करेंगे विकसित
सेवानिवृत्त जवान के इस सकारात्मक पहल का असर भी देखने को मिला जहां एक सादे समारोह के साथ इस उप स्वास्थ्य केंद्र का उद्घाटन किया गया. जिसका उद्घाटन स्थानीय विधायक और अधिकारियों के ने किया. सेवानिवृत्त जवान का कहना है कि सरकार के तरफ से तो लोगों के लिए बहुत सी योजनाएं चलाई जा रही हैं, लेकिन निचले स्तर पर लोगों को इसका लाभ नहीं मिल पाता है. गांव में आज भी लोग शिक्षा स्वास्थ्य सहित अन्य मूलभूत सुविधा से वंचित है. उनका कहना है कि उनका यह प्रयास अंतिम नहीं है वह आगे भी इस तरह के सकारात्मक कार्य करते रहेंगे और इस गांव को आदर्श ग्राम के रूप में विकसित करेंगे.
इनपुट- संजीव नैपुरी