पुलिस वर्दी की आड़ में चल रहा जाली नोट का धंधा, दो लाख नेपाली फेक करेंसी बरामद
एसपी हरकिशोर राय को गुप्त सूचना मिली थी कि रीगा और बैरगनिया थाना क्षेत्र के कुछ लोग जाली नोट के कारोबार में संलिप्त हैं. सूचना पर सदर डीएसपी सुबोध कुमार के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया, रीगा थाना क्षेत्र के पिपरा गांव के राजेंद्र महतो के घर पर छापेमारी की गई.
सीतामढ़ी : सीतामढ़ी पुलिस को 24 घंटे के अंदर दूसरी बड़ी सफलता हाथ लगी है. पुलिस ने जाली नोट के कारोबार करने वाले एक बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश किया है. सबसे चौकाने वाली बात यह है कि जाली नोट के कारोबार में पुलिस का यूनिफार्म भी इस्तेमाल होता था. जिले में काफी दिनों से पुलिस वर्दी की आड़ में जाली नोट का कारोबार चल रहा था.
पुलिस की वर्दी पहन होता था जाली नोट का कारोबार
एसपी हरकिशोर राय को गुप्त सूचना मिली थी कि रीगा और बैरगनिया थाना क्षेत्र के कुछ लोग जाली नोट के कारोबार में संलिप्त हैं. सूचना पर सदर डीएसपी सुबोध कुमार के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया, रीगा थाना क्षेत्र के पिपरा गांव के राजेंद्र महतो के घर पर छापेमारी की गई. वहां से दो मोबाइल, दो लाख नेपाली जाली नोट, जाली नोट बनाने का कागज और पुलिस की वर्दी जब्त की गई है. पुलिस ने राजेंद्र के साथ उसके पुत्र मुन्ना कुमार को भी गिरफ्तार किया है.
बैरगनिया निवासी बबलू झा है मुख्य आरोपी
पुलिस के मुताबिक बता दें कि सीतामढ़ी में जाली नोट के कारोबार का असली कारोबारी बैरगनिया के बेगाही निवासी बबलू झा है. उसी के इशारे पर पुलिस की वर्दी पहन कर जाली नोट का कारोबार किया जा रहा था. यहां के बाद पुलिस ने बबलू झा को भी उसके घर से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. पुलिस का कहना है कि अन्य आरोपियों की जांच चल रही है. इस घटना से संबंधित अन्य अपराधियों को भी जल्द से जल्द पकड़ लिया जाएगा.
पहले भी हो चुकी है इस प्रकार की घटनाएं
पुलिस के अनुसार सीतामढ़ी जारी नोट का कारोबार की घटना नई नहीं है. जाली नोट के कारोबार की घटनाएं पहले भी हो चुकी है. 24 घंटों में यह दूसरी बड़ी कार्रवाई है. पुलिस समय-समय पर सर्च अभियान चलाकर जाली नोट का कारोबार करने वाले आरोपियों को गिरफ्तार करने में जुट गई है.
इनपुट- त्रिपुरारी शरण
ये भी पढ़िए- मुंगेर में एक लाख का इनामी नक्सली गिरफ्तार, पुलिस अन्य नक्सलियों की जांच में जुटी