दरभंगा : बिहार सरकार के दरभंगा एम्स विरोधी मानसिकता अटकाने, लटकाने और भटकाने के विरोध में भारतीय जनता पार्टी के द्वारा डीएमसीएच परिसर स्थित प्रस्तावित दरभंगा एम्स प्रांगण में एक दिवसीय उपवास और विशाल धरना कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें भारत सरकार के केंद्रीय राज्य मंत्री अश्विनी चौबे ने शिरकत किया. इस अवसर पर उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री पर हमला बोलते हुए कहा कि मिथिला की धरती से शंखनाद हो गया है यह रुकनेवाला नहीं है. अब दरभंगा में ही एम्स की नींव डलेगी.


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दरभंगा में एम्स की नींव डालेगी भारत सरकार
केंद्रीय राज्य मंत्री अश्विनी चौबे ने कहा कि विपक्ष में बैठी सरकार कान खोलकर सुन ले, ये मौन-उपवास और धरना है. जिस दिन भारत सरकार यहां एम्स की नींव डालेगी.मिथिला की मां-बहन यहां आकर बलिदान दे देंगे, लेकिन इस धरती पर एम्स बनकर रहेगा.


एम्स की जगह बदलना चाहते है सीएम 
अश्विनी चौबे ने कहा कि पिछले दिनों मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जब समाधान यात्रा के दौरान पहुंचे थे. उन्होंने डीएमसीएच परिसर स्थित ज़मीन के वजय कहीं और जमीन तलाशने की बात कहीं थी. जिसके बाद से राजनीतिक गलियारों में बयानबाजी का तूफ़ान खड़ा हो गया. मुख्यमंत्री के इस फैसले से राष्ट्रीय जनता दल के नेता और मेडिकल माफिया खुश थे. माफियाओं के फायदे के लिए सीएम एम्स की जगह बदलना चाहते है, लेकिन अब किसी भी सूरत पर एम्स की जगह बदलने नहीं दी जाएगी. दरभंगा की धरती पर एम्स बनेगा.


सड़क से सदन तक जारी रहेगी लड़ाई
मुख्यमंत्री के दौरे के तुरंत बाद महागठबंधन की सरकार पर प्रधानमंत्री मोदी को मिथिला आने पर रोक लगाने की साजिश बताया. वहीं स्थानीय सांसद गोपाल जी ठाकुर ने दरभंगा एम्स को अटकाने, लटकाने और भटकाने का आरोप लगाया था. साथ ही इन्होंने कहा था कि, डीएमसीएच में ही एम्स का निर्माण होगा. इसके लिए हमलोग सड़क से सदन तक लड़ाई लड़ेंगे. जिसकी शुरुआत होते हुए दिखाई दे रही है.


इनपुट - मुकेश कुमार


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