Dengue Fever: डेंगू के शुरुआती लक्षणों को नजरअंदाज करने से जा सकती है जान, जानें इसके लक्षण और घरेलू उपाय
प्रदूषण के स्तर में लगातार बढ़ोतरी होने के साथ डेंगू बुखार के मरीजों की संख्या भी लगातार बढ़ती जा रही है. बता दें कि इस साल देश में डेंगू के मामले 1.10 लाख दर्ज किए गए है, जिनमें 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं साल 2022 में 2.23 लाख केस दर्ज हुए थे.
Dengue Fever Health Tips: प्रदूषण के स्तर में लगातार बढ़ोतरी होने के साथ डेंगू बुखार के मरीजों की संख्या भी लगातार बढ़ती जा रही है. बता दें कि इस साल देश में डेंगू के मामले 1.10 लाख दर्ज किए गए है, जिनमें 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं साल 2022 में 2.23 लाख केस दर्ज हुए थे. मौसम बदलने से मच्छरों की ब्रीडिंग बढ़ गई है, जिससे कि फिर से मच्छरों का प्रकोप लोगों को झेलना पड़ रहा है. इसी कारण डेंगू बुखार के मामले बढ़ रहे हैं. आइए आपको इसके शुरुआती लक्षण और जानकारी के बारे में बताते हैं.
डेंगू बुखार शुरुआती लक्षण
डेंगू बुखार में तेज बुखार, सिर दर्द, शरीर पर लाल निशान का होना, ठंड लगना, मांसपेशियों में दर्द होना, पंचन तंत्र कमजोरा होना, उल्टी होना, आंखों में दर्द होना लक्षण होते हैं. इन लक्षणों के महसूस किए जाने पर टेस्ट के लिए तीन-चार के अंदर Elisa और NS1 antigen नामक ब्लड टेस्ट जरूर करवाएं. प्लेटलेट्स 20 हजार से कम हो, मुंह, नाक, दातों या मल से खून आना, पहले से कोई गंभीर बीमारी होने की स्थिति में डेंगू जानलेवा हो सकता है, लेकिन ऐसा सिर्फ 10 प्रतिशत से कम लोगों को होता है. वहीं कुछ मरीजों को आराम करने, लिक्विड डायट जैसे नारियल पानी, जूस का सेवन करने, ताजे फल खाने और समय से बुखार की दवा लेने से भी ठीक हो जाते हैं.
वहीं डेंगू बुखार होने पर बकरी का दूध, नारियल पानी, पपीते के पत्ते और गिलोय का जूस का सेवन करने जैसे घरेलू नुस्खों को अपनाते हैं, जिससे डेंगू बुखार से निजात मिल जाता है.
- नारियल पानी पीने से शरीर में पानी की कमी पूरी होती है. इसके साथ मौसमी का जूस, ORS का घोल का भी सेवन कर सकते हैं, जिससे कि हाइड्रेडेट महसूस करेंगे.
- पपीते के पत्ते का रस और बकरी के दूध का सेवन करें से प्लेटलेट्स काउंट बढ़ता है और साथ ही शरीर में इम्यूनिटी को बढ़ाने में मदद करता है.
- गिलोय का जूस घरेलू नुस्खा है, जिससे की शरीर में इम्यून सिस्टम स्ट्रोग होता है और डेंगू के साथ ही कई बीमारियों में इसका सेवन किया जाता है.