बिहार: बाढ़-बारिश के बाद अब डेंगू बरपा रहा कहर, राज्य में 600 तो पटना में आए 58 नए मामले सामने आए
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बिहार: बाढ़-बारिश के बाद अब डेंगू बरपा रहा कहर, राज्य में 600 तो पटना में आए 58 नए मामले सामने आए

 पटना के कंकड़बाग, दानापुर और राजेंद्र नगर जैसे इलाकों में जलजमाव की समस्या बारिश खत्म होने के तीन दिन बाद भी नहीं हुई है. 

जिला स्वास्थ्य सेवा समिति ने बाढ़ पीड़ितों के बीच मेडिकल किट भेजने का फैसला किया है.

पटना: बिहार में तीन दिनों की मुसलाधार बारिश से सबसे ज्यादा नुकसान खासकर पटना को हुआ है. पटना के कंकड़बाग, दानापुर और राजेंद्र नगर जैसे इलाकों में जलजमाव की समस्या बारिश खत्म होने के तीन दिन बाद भी नहीं हुई है. 

इससे लोगों का जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. लेकिन अब पटना में जलजमाव के बीच डेंगू और मलेरिया के साथ-साथ महामारी से निपटना भी एक बड़ा चैलेंज है. बिहार में डेंगू के 600 मामले सामने आए हैं. वहीं, पटना में महज दो दिनों में 58 नए मरीजों की पुष्टि हुई है.

 

एक ओर जहां डेंगू लगातार पैर पसार रहा है वहीं, दूसरी ओर निगम की डेंगू से निपटने की तैयारी अधुरी दिख रही है. डोर टू डोर कचरा उठाव भी ठप पड़ गया है. नगर निगम द्वारा कुछ इलाकों में ही ब्लिचिंग पाउडर का छिड़काव किया गया है. एसके पुरी, कदमकुआं, ठाकुरबाड़ी, दरियापुर में छिड़काव किया गया है लेकि कुछ इलाकों में अभी भी यह बाकी है. 

महामारी और बीमारी को देखते हुए जिला स्वास्थ्य सेवा समिति ने बाढ़ पीड़ितों के बीच मेडिकल किट भेजने का फैसला किया है. पटना  के श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में ये मेडिकल किट तैयार की जा रही है जिसमें पारासीटामोल, ओआरएस पैकेट, हेलोजेन टेबलेट, सहित छह तरह की गोलियां और टेबलेट हैं. इसे पटना के राजेन्द्र नगर, कंकड़बाग के साथ-साथ दूसरी जगहों में भेजा जाएगा. 

वहीं, दूसरी तरफ पुनपुन नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. पुनपुन नदी के सकरैची पंचायत समेत कई गांवों में बाढ़ का पानी कई मकानों में घुस गया है. पटना से गया जाने वाली रेलवे लाइन तक पानी पहुंच गई है. सबसे बड़ी बात है कि हर दो घंटे में नदी के पानी का लेवल बढ़ता जा रहा है. 

अभी नदी में जलस्तर का लेवल खतरे के निशान से तीन मीटर ऊपर है. पानी का लेवल बढ़ रहा है. नौबतपुर प्रखंड अंतर्गत जितुचक गांव में पुनपुन नदी का पानी प्रवेश कर चुका है और ग्रामीण बाढ़ को लेकर डरे हुए हैं. 

ग्रामीण बोरा में मिट्टी भरकर नदी के पानी को रोकने का प्रयास तो कर रहे हैं लेकिन नदी में बढ़ते पानी का बहाव ने ग्रामीणों की नींद उड़ा रखी है. जितुचक एवं आसपास के गांवों एवं खेतों में पुनपुन नदी का पानी पसरता जा रहा है. इतना ही नहीं बांध के पार भी खेतों में पानी भरा है.

अब देखने वाली बात होगी कि पटना में अधिकारी और प्रशासन किस तरह से डेंगू, मलेरिया और महामारी की परिस्थिति ना आए, इससे निपटती है ताकि लोगों सुरक्षित रहें.