Durga Puja 2022: झारखंड में इस जगह पर बलि वाले बकरे का खून पीती है महिला! जानें क्या है पूरा मामला
Durga Puja 2022: देश के कई इलाकों में नवरात्रि में 9 दिनों की पूजा के बाद नवमी को बलि देने की प्रथा है. झारखंड के बोकारो जिले में भी दुर्गा पूजा के दिन नवमी में बलि प्रथा है. जिले के बालीडीह थाना क्षेत्र के कुर्मीडी में बलि देने लोग दूर दूर से आते हैं.
बोकारो: Durga Puja 2022: देश के कई इलाकों में नवरात्रि में 9 दिनों की पूजा के बाद नवमी को बलि देने की प्रथा है. झारखंड के बोकारो जिले में भी दुर्गा पूजा के दिन नवमी में बलि प्रथा है. जिले के बालीडीह थाना क्षेत्र के कुर्मीडी में बलि देने लोग दूर दूर से आते हैं. लेकिन यहां दी जाने वाली काफी अनोखी और खास है. क्योंकि यहां बलि देने के बाद एक महिला बलि वाले बकरे का खून पीती है.
मां दुर्गा की भक्त
ऐसा कहना है कि मालती देवी नामक एक महिला पर मां सवार हो जाती है. भक्तों का कहना है मालती देवी जो मां दुर्गा की भक्त हैं. नाचते गाते अपने घर में स्थित दुर्गा मंदिर से निकलती हैं. इस दौरान उनके हाथ में नीम का पत्ता होता है और महिला भक्तों द्वारा उन्हें संभाल कर ले जाया जाता है. इसके बाद जमीन में दंडवत होने के बाद वो बांस के खंभे पर चढ़ जाती है और फिर नाचते गाते बकरे की बलि के खून का वह सेवन करती है. भक्तों की माने तो तो इस दौरान उनके शरीर में मां दुर्गा सवार होती है और इनमें भाव आ जाता है. बकरे की बलि के बाद वो उसके खून को मुंह से लगाकर पीती है.
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सालों से हो रही है पूजा
भक्तों का कहना है कि मालती देवी मां दुर्गा की आराधना करती है. 9 दिनों तक उपवास रहने के बाद नवमी को बलि के बाद ऐसा दृश्य देखने को मिलता है. जो भी भक्त आते यहां आते हैं उनकी मनोकामना पूरी होती है और फिर वो बार-बार यहां आते हैं. यह पूजा सालों से यहां चली आ रही है. मालती देवी का पुत्र राजेश जो इस पूजा में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते हैं उनका कहना है कि हम लोग बचपन से देखते आ रहे हैं और सालों से यह पूजा हो रही है. बिहार, झारखंड और बंगाल से बड़ी संख्या में श्रद्धालु इस पूजा को देखने के लिए पहुंचते हैं.
इनपुट- मृत्युंजय मिश्रा