Jamtara: झारखंड के जामताड़ा में बारिश नहीं होने के कारण किसानों की स्थिति काफी खराब हो गई है. जामताड़ा जिले में सूखे के हालात पैदा हो रहे हैं. सूख के चलते किसान काफी परेशान हैं. किसानों को अपनी धान की खेती खराब होने का डर सता रहा है. खेतों में लगे धान के बिचड़े सूख रहे हैं और खेतों में दरारें पड़ रही हैं. खेतों की मिट्टी उड़ रही है, क्योंकि धान की रोपनी के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं मिल पा रहा है. इस मौसम में होने वाली धान की खेती मानसून की बारिश पर निर्भर करती है. बारिश नहीं होने के कारण धान की खेती बार्बाद होने की स्थिति पर पहुंच चुकी है. 


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पशुओं के चारे की खड़ी हुई दिक्कत
झारखंड में मानसून की शुरूआत जून के महीने में हो गई थी, लेकिन उसके कुछ समय बाद मानसून कमजोर हो गया. जिसके चलते राज्य में अच्छी बारिश नहीं हुई. किसानों द्वारा लगाए गए धान के बिचड़े खेतों में लगे-लगे सूख गए है. इसको लेकर किसानों का कहना है कि पिछले 50 सालों में पहली बार इस प्रकार के हालात देखने को मिल रहे हैं. किसानों ने बताया कि धान की फसल नहीं होने से पशुओं के लिए चारे की भी समस्या खड़ी हो रही है. 


सामान्य से कम बारिश की गई दर्ज
वहीं, जामताड़ा जिले के हालातों को लेकर कांग्रेस नेता फुरकान अंसारी ने सरकार से मांग की है कि सूखे के आकलन के लिए टीम भेजी जाए. साथ ही किसानों को जल्द से जल्द राहत पहुंचाई जाए, ताकि किसानों की स्थिति को सुधारा जा सके. क्योंकि बारिश नहीं होने के कारण किसानों के हालात लगातार बिगड़ रहे हैं. किसान अभी भी अच्छी बारिश के इंतजार में हैं. मानसून मौसम में होने वाली बारिश इस बार सामान्य से कम हुई है. जिसके चलते सभी परेशान हैं. 


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