Ranchi: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Chief Minister Hemant Soren) की पहल पर केरल से 37 मजदूरों को सकुशल वापस लाया गया है. ये  37 मजदूर झारखंड के दुमका के रहने वाले हैं. ये सभी 37 मजदूर केरल मजदूरी करने गए थे, जिन्हें वहां बंधक बनाकर काम करवाया जा रहा था.


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बता दें कि झारखंड सरकार की पहल रंग लाई है. जिस वजह से ये 37 मजदूरों की सकुशल वापसी हुई है. ये मजदूर दुमका के रहने वाले हैं. ये सब मजदूरी करने के लिए केरल गए हुए थे, जहां सभी को पहाड़ पर बंधक बनाया गया था और सभी से जबरन काम करवाया जा रहा था. जिसके बाद पीड़ित मजदूरों ने राज्य सरकार से अपने मुक्ति के लिए गुहार लगाई थी. जिसके बाद झारखंड सरकार ने केरल सरकार से बात कर सभी बंधक मजदूरों को छुड़ाया. 


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सभी 37 मजदूर एलेप्पी एक्सप्रेस से धनबाद रेलवे स्टेशन पर उतरे थे. जिसके बाद सभी को बस से गृह जिला दुमका भेजा गया. इस दौरान JMM विधायक मथुरा प्रसाद महतो ने बताया कि सूबे में रोजगार की असीम संभावनाएं हैं. राज्य सरकार पलायन रोकने के लिए प्रयासरत है. उन्होंने कहा कि झारखंड में रोजगार की असीम संभावनाएं हैं, जिसे सृजित कर सरकार राज्य के मजदूरों का पलायन रोकने के लिए प्रयासरत है. झारखंड के मजदूरों को राज्य के भीतर ही काम दिया जाएगा, जिससे कि वह अन्य प्रदेशों में दलालों के चंगुल में नहीं फंस सकें और उनका शोषण रोका जा सके
 
बता दें कि राज्य सरकार प्रदेश में ही सभी को रोजगार देने के लिए प्रयासरत है, ताकि वो अन्य प्रदेशों में दलालों के चंगुल में ना फंसे. इसके लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन खुद पहल कर रहे हैं.


 



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