धनबादः यदि इरादे मजबूत हो तो किसी भी सपने को पंख दिए जा सकते है. ऐसा ही कुछ धनबाद की रेखा मिश्रा के साथ हुआ. हालात भी रेखा के सपनों को पंख लगने से न रोक सके. एक समय ऐसा आया, जब रेखा गिरी, संभली और उठकर खड़ी हो गई. फिर ऐसा झूमकर नाची की आज दूसरों के लिए नजीर बनती जा रही है. 


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बलियापुर के शीतलपुर की रेखा कुमारी मिश्रा ने ऐसा कुछ कर दिखाया, जो दूसरों को न केवल प्रेरणा देने वाला है बल्कि हैरत में भी डाल देता है. वन लेग डांसर, जी हां रेखा कुमारी मिश्रा आज इसी नाम से चर्चा में हैं. डांस करने का जुनून मन-मस्तिष्क में ऐसा भरा कि गरीबी भी इरादों के सामने छोटी पड़ गई. रेखा का दाहिना पैर नहीं है. एक पैर से ही बॉलीवुड फ्री स्टाइल डांस करती हैं. अपने सपने को साकार करने के लिए पिछले महीने ही 17 फरवरी को वन लेग डांसर नाम से यूट्यूब चैनल बनाया है. अब तक 568 सब्सक्राइबर हो चुके हैं. छह-सात वीडियो भी अपलोड कर दिया है. सभी को मिलाकर चार लाख से ऊपर लोग देख भी चुके हैं. 


मजदूर पिता कृष्ण कुमारी मिश्रा की यह प्रतिभावान बिटिया सिर्फ एक ऐसा मंच चाहती है, जो उसकी गरीबी दूर कर सके, सपनों को ऊंची उड़ान दे सके और लोगों के तानों का भी माकूल जवाब दे सके. रेखा बताती है कि बचपन से डांस करती थी. उम्र आठ-दस वर्ष रही होगी. इसी दौरान 2014 में बंगाल के बाड़ा में एक सड़क दुर्घटना में पैर गवां बैठी. लगा अब सब कुछ खत्म हो जाएगा. परिवार ने सपोर्ट किया. एक ही पैर पर खड़े होकर सपना साकार करने का निर्णय लिया, फिर से डांस करने लगी. 


पिता शीतलपुर में मजदूरी कर परिवार का भरण पोषण करते हैं. आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं कि डांस क्लास ज्वाइन कर सकें. इसलिए मोबाइल फोन, टीवी से देखकर डांस सीखा. ललक देखकर परिवार ने पूरा सहयोग किया. एसएसएलएनटी महिला कॉलेज से गणित ऑनर्स से स्नातक कर रही रेखा बताती हैं कि उन्होंने दसवीं तक की पढ़ाई हाई स्कूल शीतलपुर और स्नातक एसएसएलएनटी कॉलेज से कर रखी है. डांस के साथ ही पढ़ाई भी जारी है. स्थानीय स्तर और कालेज स्तर पर कई कार्यक्रम में अपनी प्रस्तुति से दमदार उपस्थिति दर्ज करा चुकी हैं.


इनपुट- नीतेश कुमार मिश्रा


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