झारखंडः किसान ने अपने ही कुंए में कूद कर दी जान, कुआं बनाने के लिए लिया था कर्ज
ग्रामीणों के मुताबिक रांची के चान्हो-पतरातू गावं में लखन महतो नामक किसान ने अपने ही कुएं में कूदकर जान दे दी.
रांचीः राज्य में इंद्र भगवान के रूठ जानें से किसान तो परेशान थे ही वहीं, आज सवेरे कुएं में तैरती किसान की लाश ने चान्हो के ग्रामीणों को सकते में डाल दिया. दरअसल, ग्रामीणों के मुताबिक रांची के चान्हो-पतरातू गावं में लखन महतो नामक किसान ने अपने ही कुएं में कूदकर जान दे दी.
राजधानी रांची से तकरीबन 30 किलोमीटर दूर चांद हो प्रखंड के पतरातू गांव में उस वक्त अफरातफरी मच गई जब मनरेगा के तहत बनाए गए कुएं में एक लाश तैरती दिखी. जब ग्रामीणों ने पुलिस की मदद से लाश को निकाला तो वे चौंक गए. क्योंकि, यह शव किसी और का नहीं बल्कि मनरेगा के तहत मिले कुएं के लाभुक लखन महतो की थी.
ग्रामीणों के मुताबिक लखन महतो ने कुआं बनाने के लिए कर्ज लिया था और मनरेगा के तहत भुगतान बकाया था इससे वह काफी तनाव में रहते थे.
मुखिया के मुताबिक, मनरेगा के तहत बन रहे कुएं के मटेरियल का 1 लाख 25 हज़ार 936 रुपये बकाया था. हालांकि, मामले पर पतरातू के बीडीओ का कहना है कि किसान का भुगतान नियमित हो रहा था और कुछ दिन पहले भी वाउचर मिला था. जिसकी भूगतान प्रक्रिया में थी.
वहीं पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर कानूनी प्रक्रिया शुरू कर दी है और उनका कहना है कि मामले की जांच की जा रही है. जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा की मौत की वजह क्या है.
बहरहाल, मौत की वजह क्या वाकई में अगर कर्ज है यह तो जांच के बाद ही पता चल पाएगा. लेकिन इतना साफ है कि अगर ग्रामीणों द्वारा लगाया जा रहे आरोप में थोड़ी सी भी हकीकत है तो सवाल पूरे सिस्टम से है.