Aurangabad: बिहार के औरंगाबाद में विदेशी मेहमान पक्षियों की आमद यहां के लोगों के बीच कौतूहल का विषय बना हुआ है. स्पेन और पुर्तगाल से औरंगाबाद तक का सफर करने वाले इन विदेशी पक्षियों ने जिले के डीएम के आवास को अपना ठिकाना बनाया है और आवास परिसर में स्थित पेड़ों की टहनियों पर डेरा डाल दिया है.
 
यही वजह है कि डीएम आवास के पास से गुजरने वाला हर एक शख्स यहां एक बार जरूर ठहर जाता है और रुक कर मन भर इन विदेशी पक्षियों को निहारता है और उनके कलरव सुन कर खुद को तरोताजा करता है.
 
दरअसल, कोरोना काल में लगे लॉकडाउन की वजह से औरंगाबाद की फिजां सुधरी है जिससे विदेशी पक्षियों को यहां की आबोहवा माकूल लग रही है. साथ ही मानसून की बारिश ने यहां के मौसम को और खुशगंवार बना दिया है, और यही वज है कि आमतौर पर ठंड के मौसम में नज़र आनेवाले विदेशी मेहमान इन दिनों औरंगाबाद में आकर बसे हुए हैं.


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इन पक्षियों में ईस्टर्न केटल एग्रेट भी शामिल हैं जो मूलरूप से दक्षिणी स्पेन और पुर्तगाल का पक्षी है. हालांकि, केरल के समुद्र तटीय इलाकों में कभी कभार इसे जरूर देखा गया है मगर उत्तर-भारत के मैदानी इलाकों में ठंड का मौसम बीत जाने के बावजूद इनकी मौजूदगी ने पर्यावरणविदों को भी चौंका दिया है.
 
पर्यावरणविद प्रोफेसर ओमप्रकाश सिंह ने बताया कि 'कोरोना की वजह से लगे लॉकडाउन के कारण प्रदूषण के स्तर में कमी आई है साथ ही पर्यावरण में भी शुद्धता आयी है, जो न केवल मानव जाति के लिए अनुकूल है बल्कि इससे पक्षियों को भी राहत मिली है. वो अपने कुनबे के साथ आकर यहां बस गए हैं.