BPSC Teacher Exam Ground Report: बिहार में बीपीएससी शिक्षक भर्ती परीक्षा को लेकर अभ्यर्थी काफी परेशान दिखाई दिए. चाहे वह सीवान हो बिहार की राजधानी पटना. इस दौरान अभ्यर्थियों से टेम्पो और होटल मालिकों की मनमानी से छात्र परेशान होते रहे. इस पर Zee Bihar Jharkhand की टीम ने सुविधाओं का ग्राउंड पर जाकर जायजा लिया. अरवल में परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों मंदिर को आशियाना बना कर रुके थे. सिवान में अभ्यर्थी बारिश के मौसम में रेलवे स्टेशन परिसर और प्लेटफार्म पर ही रात गुजारने के लिए मजबूर दिखाई दिए. जहानाबाद में परीक्षा देने आए छात्र सड़कों पर दर-दर ठोकर खाते रहे. 
कैमूर में बीपीएससी शिक्षक भर्ती देने आए बेरोजगारों से टेम्पो और होटल मालिकों के मनमाना किराया वसूला. इस ऑर्टिकल में हम जानेंगे कि कैसे 'लूटे' जा रहे बेरोजगार!


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पटना में अभ्यर्थि परेशान


बीपीएससी तरफ से शिक्षक बहाली परीक्षा का आज (25 अगस्त, 2023) को दूसरा दिन है. परेशानियों का सामना करते हुए अभ्यर्थी शिक्षक बनने की चाह में बिहार के साथ साथ अलग-अलग राज्यों से भी पहुंच रहे है, लेकिन सबसे ज्यादा परेशानी हैंडीकैप अभ्यर्थियों को हो रही है. पटना के बांकीपुर राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय में बने सेंटर पर काफी संख्या में हैडिकैप अभ्यर्थी परीक्षा देने पहुंच रहे हैं. इस दौरान अभ्यर्थियों ने कहा कि अगर होमटाउन सेंटर दिया होता तो इतनी परेशानी नहीं होती. आखिर क्या सोच के बीपीएससी ने ऐसा किया? अभ्यर्थियों ने कहा हम जैसे लोगों को तो होम सेंटर देना ही चाहिए था. हालांकि सेंटर पर व्हील चेयर रखा गया है और ऐसे अभ्यर्थियो को गेट से व्हील चेयर के जरिए परीक्षा रूम तक पहुंचाया जा रहा है.


कैमूर में कठिनाई परीक्षार्थी


कैमूर जिले में बीपीएससी शिक्षक की परीक्षा देने आए सैकड़ों की संख्या में महिला-पुरुष परीक्षार्थी रेलवे स्टेशन पर ही रात गुजारते दिखे. जब उनसे पूछा गया तो उन्होंने बताया गया कैमूर के सारे होटल के कमरे पहले ही बुक हो चुके थे कुछ बचा भी था तो होटल के मालिकों द्वारा दुगने दामों पर देने की बातें कही जा रही थी. जिस कारण हम लोग रेलवे स्टेशन पर ही रात बिताना उचित समझा. दो दिनों का एग्जाम होने के कारण काफी फजीहत हो रही है. सरकार ऐसे आयोजनों के लिए पहले से इंतजाम करती तो बेहतर होता. बेरोजगारों की इतनी ज्यादा तादाद बढ़ते जा रहा है कि कोई भी किसी भी वैकेंसी को मिस करना नहीं चाहता, जिसका नतीजा है कि जितना वैकेंसी है उसके कई गुना अधिक परीक्षर्थी परीक्षा में शामिल होने के लिए आए हैं.


परीक्षार्थी आने के बाद केंद्र पर कैसे पहुंचेंगे काफी परेशानी हो रही है. जहां का आटो किराया 5 रुपए है. वहां ऑटो वाले 50 रुपए मांग रहे हैं, जिस होटल के कमरे का किराया 200 रुपए है. वहां 2000 रुपए मांगा जा रहा है, जबकि ऐसे व्यवस्थाओं के लिए सरकार और प्रशासन द्वारा नियत दर पर सुविधाओं को उपलब्ध कराना चाहिए.


जहानाबाद अभ्यर्थियों को झेलनी पड़ी फजीहत


जहानाबाद में बीपीएससी की तरफ से आयोजित शिक्षक पात्रता परीक्षा के दूसरे दिन भी अभ्यर्थियों को भारी फजीहत झेलनी पड़ी. यहां यूपी, एमपी और दिल्ली जैसे कई अन्य राज्यों से आये शिक्षक अभ्यर्थियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा. आलम यह रहा कि यहां दूर-दूर से आये अभ्यर्थियों को न तो होटल का कमरा मिला और न ही कोई जगह, ऐसे में अभ्यर्थियों को स्टेशन और मंदिरों में ही किसी तरह करके रात गुजारी और परीक्षा के दूसरे दिन अपने अपने परीक्षा केंद्र पर पहुंचे. परीक्षा केंद्र पर पहुंचे यूपी, एमपी राज्यों के अभ्यर्थियों ने बताया कि वह परीक्षा को लेकर बुधवार की शाम ही जहानाबाद पहुंच गए, लेकिन उनके रहने की कोई व्यवस्था नहीं हुई. होटल के कमरे पहले से ही बुक थे. कुछ खाली भी थे तो वह ज्यादा पैसे मांग रहे थे. ऐसे में वह इधर उधर किसी तरह रात गुजारी और सुबह अपने अपने परीक्षा केंद्र पर पहुंचे.  


बांका में कड़ी सुरक्षा के बीच एग्जाम


बांका में कड़ी सुरक्षा के बीच बिहार लोक सेवा आयोग की प्राथमिक माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक परीक्षा पहला दिन शांतिपूर्ण से मुक्त संपन्न हुआ. आज दूसरा पेपर की परीक्षा होगी. वहीं, जिले में कुल 18 परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा आयोजित किया जा रहा है. 


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सीवान में अभ्यर्थी पर बारिश का साया!


सीवान में बीपीएससी शिक्षक परीक्षा देने आए बड़ी संख्या में अभ्यर्थी रेलवे स्टेशन परिसर और प्लेटफार्म पर ही रात गुजारने के लिए मजबूर हैं ताकि जैसे-तैसे एग्जाम सेंटर पहुंच जाए. होटल में रूम खाली नहीं होने और होटल का किराया ज्यादा होने की वजह से अभ्यर्थियों को रेलवे स्टेशन पर ही रात गुजारनी पड़ रही है. हालांकि, जिला प्रशासन के द्वारा शहर के टाउन हॉल में भी अभ्यर्थियों की ठहरने की व्यवस्था की गई हैं, लेकिन हॉल भी फुल हो चुका हैं, जिस वजह से अभ्यर्थी जहां तहां चादर बिछाकर रात गुजार रहे हैं. सुबह होते ही अभ्यर्थी अपना बोरिया बिस्तर समेट कर परीक्षा केंद्र पर पहुंच गए हैं. 


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अरवल में अभ्यर्थियों ने मंदिर को बनाया आशियाना


अरवल जिले में बीपीएससी के परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों के लिए जिला प्रशासन के द्वारा कोई व्यवस्था नहीं की गई है. परीक्षा देने पहुंचे परीक्षार्थियों का हालत यह है कि बीते रात से ही परीक्षार्थी एक तरफ जहां मंदिर परिसर में अपना डेरा जमाए हुए हैं. वहीं, कुछ अभ्यर्थी बस स्टैंड में अपना आशियाना बनाए हुए हैं. जबकि जिला प्रशासन के पास टाउन हॉल से लेकर धर्मशाला नगर परिषद का आश्रम, अंबेडकर वाचनालय हॉल जैसे भवन खाली पड़े हुए हैं, लेकिन जिला प्रशासन के द्वारा बाहर से आए अभ्यार्थियों के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई है.


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कंट्रोल रूम से BPSC के अधिकारी परीक्षा केंद्रों पर रख रहे हैं नजर


बिहार में शिक्षक भर्ती को लेकर के बीपीएससी की ओर से परीक्षा का आयोजन किया गया है. 24, 25 और 26 अगस्त 3 दिन परीक्षा होगी. इसको लेकर बीपीएससी पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है. सेंटरों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम है. साथ ही बीपीएससी कार्यालय में कमांड कंट्रोल रूम बनाया गया है जहां से बिहार के 38 जिलों के परीक्षा केंद्रों पर अधिकारियों ने नजर बनाया हुआ है. आयोग के सचिव रवि भूषण ने बताया कि अलग-अलग जिला बांट के मॉनिटरिंग की जा रही है. सभी अधिकारी अलर्ट मोड पर है. परीक्षा केंद्रों पर अगर किसी तरीके की गड़बड़ी नजर आती है तो कंट्रोल रूम से परीक्षा केंद्र पर तैनात अधिकारियों को सूचित किया जा रहा है.