गया : गया के एसएसपी रहे आदित्य कुमार के मामले में डीजीपी एसके सिंघल पर उठे सवालों पर सीएम नीतीश कुमार में प्रतिक्रिया दी है, लेकिन मुख्यमंत्री ने ऐसी बात कही है, जिससे लगता है कि मामले में डीजीपी से गलती हुई है. मुख्यमंत्री ने कहा कि गलती हो जाती है, तो उस पर ध्यान देने की जरूरत नहीं है.


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बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से जैसे डीजीपी के बारे में सवाल किया गया, उन्होंने कहा कि अब कितने दिन उनके रिटायर होने में बचा है. दो से ढाई महीने? अगर कोई गलती हो गई है, तो उस पर ध्यान नहीं देना चाहिए. इस पर पत्रकारों ने सवाल किया, क्या रिटायर हो रहे हैं, तो गलती पर माफ कर देना चाहिए. सीएम ने इस सवाल का जवाब नहीं दिया और कहते रहे कि कानून व्यवस्था से लेकर सब चीजों पर बेहतर काम हो रहा है. राज्य में सब चीजें हो रही हैं. मुख्यमंत्री के जवाब से सवाल उठ रहा है कि क्या डीजीपी ने मामले में गलती की है. मामले के मुख्य आरोपी आईपीएस आदित्य कुमार की तलाश हो रही है. 


साथ ही उन्होंने कहा कि आदित्य कुमार पर मद्य निषेध का मामला था, जिसे खत्म करने के लिए आदित्य कुमार ने अपने एक साथी को फर्जी मुख्य न्यायाधीश बना कर डीजीपी को फोन करवाया था. जिसके बाद 48 घंटे बाद ही आदित्य कुमार को क्लीन चिट मिल गई थी. कहा जा रहा है कि मामले की जांच कर रहे आईओ निजी काम से बाहर गए थे, उन्हें हवाई जहाज से वापस बुलाया गया और कोर्ट में फाइनल रिपोर्ट लगाने को कहा गया था. इसी को लेकर पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने डीजीपी को सवाल घेरे में खड़ा किया और मामले की सीबीआई जांच की मांग की है.


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