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Gaya: रोहतास जिले के शिवसागर प्रखंड के बड्डी के रहने वाले आकाशदीप इंग्लैंड के खिलाफ चौथे टेस्ट मैच म डेब्यू कर रहे हैं. गांव की गलियों में क्रिकेट खेलकर आकाशदीप ने इंटरनेशनल क्रिकेट में अपनी जगह बनाई है.उनके इस मुकाम से गांव के लोग ही काफी खुश हैं.
पिता की तस्वीर के पास सजी हैं मेडल व ट्रॉफियां
बड्डी गांन में प्रवेश करते ही आकाशदीप का अपना घर है. घर के दरवाजे पर ही उनकी पसंद की कार खड़ी है. घर मे एक कमरा आकाशदीप के द्वारा लाए गए मेडल व ट्रॉफियों से सजा है. इसी कमरे के एक कोने में उनके स्वर्गीय पिता की तस्वीर भी टंगी है. पिता रामजी सिंह के निधन के बाद गांव पर अकेली मां लड्डूमा देवी रहती है. तीन बहनों तथा एक भाई और माता लड्डूमां देवी का यह परिवार गांव में ही रहता है.
आकाशदीप के तीन बहनों की शादी हो चुकी है. ऐसे में उनकी मां अकेले गांव में रहती हैं. फिलहाल उनकी मां रांची में रह रही हैं. उन्हें जब सूचना मिली कि उनका बेटा इंग्लैंड के खिलाफ चौथे टेस्ट मैच के दौरान डेब्यू कर रहा है तो उनकी खुशी की ठिकाना नहीं रहा.
बचपन में आकाशदीप खेत खलिहान में क्रिकेट खेलता था. बचपन से ही आकाश की क्रिकेट में रुचि थी. उनकी शुरू से ही ख्वाहिश थी कि वो या तो एक सफल क्रिकेटर बनें या सफल बिजनेस मैन.
क्रिकेट का बचपन से ही था नशा
आकाश का पढ़ाई में मन लगता था, लेकिन क्रिकेट के लिये उनके मन में एक अलग ही लगाव था. वो बैट और बॉल के साथ ही पढ़ने जाते थे. इधर क्लास चल रही होती थी, उधर वह मैदान में क्रिकेट खेल रहें हैं. क्रिकेट के शौक और कड़ी मेहनत ने आज उन्हें इस मुकाम पर पहुचाया है.
बता दे कि पहले ही आकाशदीप आईपीएल में रॉयल चैलेंजर बेंगलुरु के लिए खेल चुके हैं. साउथ अफ्रीका दौरे पर गई भारतीय वनडे टीम के लिए भी इनका चयन हुआ था. बड़ी बात यह है कि आकाशदीप को नई एवं पुरानी गेंद से स्विंग हासिल करने में महारत हासिल किए हुए हैं.
बता दें कि 27 वर्षीय आकाशदीप इंग्लैंड के विरुद्ध आखिरी तीन टेस्ट मैच खेलेंगे. वह 17 सदस्य टीम में चौथे गेंदबाज होंगे. टीम इंडिया में इनके अलावा जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज तथा गोपालगंज के मुकेश कुमार भी गेंदबाज हैं. गांव में काफी खुशी का माहौल है और गांव के बच्चे काफी खुश हैं और आज इंग्लैंड टीम से खेलते हुए देखा बच्चों में काफी खुशी है.