जहानाबाद: Bihar News: बिहार के जहानाबाद में राजद द्वारा अतिपिछड़ा समाज से आने वाले विधान परिषद रामबली सिंह चंद्रवंशी को विधान पार्षद से हटाए जाने के खिलाफ अतिपिछड़ा आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति द्वारा जहानाबाद में सीएम नीतीश कुमार और लालू यादव का पुतला दहन किया गया. इससे पूर्व आंदोलनकारियों ने शहर के काको मोड़ से आक्रोश मार्च निकाला.


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सीएम नीतीश कुमार और लालू यादव का फूंका पुतला 
आंदोलनकारियों ने आक्रोश मार्च शहर के काको मोड़ से शहर के मुख्य मार्ग होते हुए कारगिल चौक गया. जहां से पुनः हॉस्पिटल मोड़ आकर सीएम नीतीश कुमार और लालू यादव का पुतला फूंका. इस दौरान उनके खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की.  


2015 में कई जातियों को किया गया अति पिछड़ा वर्ग में शामिल 
आक्रोश मार्च में शामिल लोगों ने बताया कि सन् 1978 में कर्पूरी ठाकुर द्वारा चौरानवे जातियों को मिलाकर अति पिछड़ा समाज बनाया गया था. जिनको आरक्षण का लाभ मिलता था. परंतु वर्ष 2015 में 94 जातियों के अलावा कई और जातियों को अति पिछड़ा वर्ग में शामिल कर दिया गया. जिसके कारण अति पिछड़ों को मिलने वाले आरक्षण की सीमा अपने आप घट गई. 


'आरक्षण से कुछ मजबूत जातियां को अलग कर दिया जाए' 
आक्रोश मार्च में शामिल लोगों ने राज्य सरकार से मांग की है कि अति पिछड़ा आरक्षण से कुछ मजबूत जातियां को अलग कर दिया जाए. आक्रोशित लोगों ने आगे कहा कि इस मुद्दे को लेकर जब आरजेडी के विधान पार्षद रामबली सिंह चंद्रवंशी ने आवाज उठाई तो उनकी विधान परिषद की सदस्यता रद्द कर दी गई. प्रदर्शनकारियों ने कहा कि हम लोगों की पांच सूत्री मांग है कि अति पिछड़ा को वाजिब अधिकार दिया जाए. इन तमाम बातों को लेकर आज हम लोगों ने यह आक्रोश मार्च निकाला है.


इनपुट- मुकेश कुमार, जहानाबाद


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