कर्मनाशा नदी में पानी का स्तर बढ़ने से फंसे चार सौ पर्यटक, प्रशासन रेस्क्यू में जुटा
कैमूर जिले के करकटगढ़ जलप्रपात अपने दृश्यों और मगरमच्छों के दर्शनीय स्थलों के लिए प्रसिद्ध है. इस दर्शनीय स्थल को देखने के लिए दूर-दूर से लोग आते है. रविवार को कर्मनाशा नदी का जलस्तर बढ़ने से करीब चार सौ पर्यटक फंस गए.
गयाः कैमूर जिले के करकटगढ़ जलप्रपात अपने दृश्यों और मगरमच्छों के दर्शनीय स्थलों के लिए प्रसिद्ध है. इस दर्शनीय स्थल को देखने के लिए दूर-दूर से लोग आते है. रविवार को कर्मनाशा नदी का जलस्तर बढ़ने से करीब चार सौ पर्यटक फंस गए. पुलिस प्रशासन ने बड़ी मशक्त के बाद लोगों को रेस्क्यू कर बाहर निकाल लिया है. घटना का वीडियो बहुत तेजी से वायरल हो रहा है.
बहाव तेज होने के कारण फंस गए लोग
रविवार का दिन होने के कारण चैनपुर थाना क्षेत्र के करकटगढ़ जलप्रपात पर लोग पहुंचे हुए थे. नदी में पानी कम होने के कारण नदी पार कर दूसरे छोर पर सैकड़ों लोग पिकनिक मना रहे थे तभी उत्तर प्रदेश से पानी कर्मनाशा नदी में अचानक छोड़ दिया गया. नदी में पानी के बहाव तेज होने के कारण नदी के उस पार के सभी लोग फस गए. जैसे सूचना प्रशासन को मिला प्रशासन ग्रामीणों के सहयोग से रेस्क्यू टीम के साथ रेस्क्यू कर सभी को बाहर निकाला. जानकारी के लिए बता दें कि नदी पार कर पिकनिक मना रहे थे तभी उत्तर प्रदेश के औरवा डैम से अचानक पानी छोड़े जाने की वजह से कर्मनाशा नदी का जलस्तर एक ही बार में बहुत अधिक बढ़ गया.
प्रशासन ने ग्रामीणों की मदद से बचाई पर्यटक की जान
जलप्रपात पर पिकनिक मनाने गए लोगों की आवाज सुनकर स्थानीय लोग भी वहां इकट्ठा हो गए. पहाड़ी इलाका होने की वजह से वहां नेटवर्क भी काम नहीं करता है किसी तरह यह सूचना कैमूर जिला प्रशासन तक लोगों के द्वारा पहुंचाया गया. चैनपुर के अंचलाधिकारी, चैनपुर थाना प्रभारी और वन विभाग मौके पर पहुंच जलस्तर कम करने को लेकर डैम के पदाधिकारियों को सूचना दी गई, जब डैम से पानी रोका गया और पानी कम हुआ इसके बाद ग्रामीणों की मदद से एक पेड़ से दूसरे पेड़ में रस्सी बांधकर और ट्यूब के मदद और रस्सी के सहारे लगभग 400 से अधिक लोगों की जिंदगी को बचाया गया.
दर्शनीय स्थलों में से एक है करकटगढ़ जलप्रपात
कैमूर जिले के डीएफओ बताते हैं कि करकटगढ़ जलप्रपात बहुत ही मनोरम जलप्रपात है. रविवार छुट्टी का दिन था लगभग उत्तर प्रदेश और बिहार के अन्य जिले से लगभग 500 से अधिक लोग वहां छुट्टी का दिन होने के वजह से पिकनिक मनाने आते हैं. जो पानी कम होने के वजह से नदी के उस पार चले गए और उत्तर प्रदेश के डैम से पानी छोड़ दिया गया जिससे कि कर्मनाशा नदी के पानी का रफ्तार तेज हो गया और पानी में बढ़ोतरी हो गई जिसमें लोग फंस गए. जब किसी माध्यम से इसकी प्रशासन को और हमें जानकारी मिली. हमारे वन विभाग के टीम और जिला प्रशसन की टीम वहाँ पहुंच कर स्थानीय ग्रमीणों की मदद से लगभग 400 से ऊपर लोगों का रस्सी की मदद से रेस्क्यू किया गया और उन्हें सुरक्षित निकाला गया. कोई अप्रिय घटना ना हो इसको रोकने के लिए हम प्रयास कर रहे हैं कि जब भी यूपी से डैम का पानी छोड़ा जाए तो लगभग 6 घंटा पहले सूचना दिया जाए ताकि वहां हम लोगों को सतर्क कर सके और रेस्क्यू के लिए वोट रखने का कोशिश कर रहे हैं.
पर्यटकों से डीएफओ ने की अपील
कैमूर के डीएफओ स्वप्रिल कुमार ने कहा कि पिकनिक मनाने आ रहे लोगों से पुलिस ने अपील करते हुए कहा कि नदी के अंदर ना जाए, नदी में काफी मगरमच्छ रहते हैं वहां पर क्रोको डायल सेंटर भी बनाया गया है. नदी के अंदर जाने से भी खतरा हो सकता है और लोग वहां जाए तो नीचे से ही खाने का सामान बनाकर ले जाएं. वहां खाना बनाकर गंदगी ना करें. प्रकृति के सौंदर्य का नजारा झरने के तरफ बैठकर दूर से ही ले नजदीक ना जाने का प्रयास करें, और छोटे बच्चे को भी ना ले जाने का प्रयास करें यह अपील हमारा लोगों से रहेगा.
ये भी पढ़िए- हॉट अदाओं से मोनालिसा ने बढ़ाया बीच का पारा, पति संग तस्वीरें हुई वायरल