नवादा : नवादा के नगर ताना रोड स्थित इंडसइंड बैंक के मैनेजर पर लगभग 20 लाख रुपये गबन का आरोप लगा है. बता दें कि इंडसइंड बैंक से लगभग 20 लोगों ने लोन पर वाहन लिया था. जिसके बाद ऋणधारियों ने कई किस्तो में बकाया राशि जमा कर दिया. ऋणधारियों का आरोप है कि बैंक मैनेजर कई दिनों से फरार है.


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लोन वाले ऋणधारी की पकड़ रहे गाड़ी 
ऋणधारी राहुल कुमार ने बताया कि इंडसइंड बैंक से लोन पर 3 लाख 75 हजार रुपए का एक गाड़ी खरीदे थे. जिसमें 2 लाख 95 हजार बैंक में जमा कर दिए. मुझे पता चला कि सिर्फ 95 हजार रुपए मेरे लोन में जमा हुआ है और 2 लाख रुपये बैंक मैनेजर रवि गुप्ता लेकर फरार हो गया है. उन्होंने बताया कि जब इस संबंध में बैंक के अधिकारी से पता किए तो जानकारी मिली कि बैंक मैनेजर रवि गुप्ता निजी खाते में हमलोगों से रुपए जमा करा लिया और फर्जी रसीद बनाकर दे दिया है. अब नौबत यह आ गई है कि लोन वाले हम लोगों की गाड़ी को पकड़ रहे हैं. इसी तरह संतोष सिंह से 40 हजार,रामजी यादव से 22 हजार और श्यामसुंदर चौधरी से 54 हजार सहित लगभग 20 ऋण धारियों से बैंक मैनेजर निजी खाते में रुपए मंगाकर फर्जीवाड़ा कर फरार हो गए हैं. इस प्रकार लगभग 20 लाख रुपए का गबन का आरोप बैंक मैनेजर पर लगा है.


बैंक मैनेजर की छानबीन में जुटी पुलिस
इंडसइंड बैंक के लीगल मैनेजर अभिषेक कुमार ने बताया कि ऋणधारियों की शिकायत के बाद मुझे पटना से जांच के लिए भेजा गया है. मामले की शुरुआती जांच में पता चल रहा है कि बैंक मैनेजर रवि गुप्ता द्वारा निजी खाते में सभी ऋणधारियों से रुपए मंगा लिया गया और उन्हें फर्जी रसीद थमा दिया गया. अभी मेरे पास लगभग 20 आवेदन प्राप्त हुए हैं. वहीं लेकिन मैनेजर ने यह भी बताया कि अभी कितने लोग ओर उनका आवेदन आने पर जांच किया जाएगा. फिलहाल बैंक मैनेजर फरार है. जांच के बाद गबन करने वाले बैंक मैनेजर के खिलाफ पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर मैनेजर की छानबीन शुरू कर दी है.


इनपुट- यशवंत सिन्हा


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