Bodhgaya Corridor: गया और बोधगया में कॉरिडोर बनने से बढ़ेगा पर्यटन, दोगुनी होगी लोगों की आय
Bodhgaya Corridor: ज्ञान की नगरी बोधगया स्थित महाबोधि मंदिर का विश्व के मानचित्र पर अपनी एक अलग पहचान है. महाबोधि मन्दिर परिसर में स्थित पवित्र बोधि वृक्ष के नीचे सिद्धार्थ गौतम को करीब 531 ईसा पूर्व में कड़ी तपस्या के बाद ज्ञान की प्राप्ति हुई थी. जहां से बौद्ध धर्म की शुरुआत हुई थी.
महाबोधि मन्दिर
2002 में महाबोधि मन्दिर को यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर घोषित किया गया था. यहां प्रतिवर्ष श्रीलंका,थाईलैंड, वियतनाम, म्यांमार,कंबोडिया, लाओस,जापान,फ्रांस, नेपाल,भूटान सहित भारत के विभिन्न राज्यों से लाखों पर्यटक पहुंचते हैं. ऐसे में महाबोधी मन्दिर कॉरिडोर के निर्माण होने से न केवल यहां पर्यटकों की संख्या में वृद्धि होगी बल्कि यहां पर्यटन व्यवसाय की संभावना और अधिक बढ़ जाएगी. बता दे कि बीते मंगलवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आम बजट को पेश करते वक्त महाबोधि मंदिर कॉरिडोर बनाने की घोषणा की थी.
महाबोधि मंदिर कॉरिडोर
महाबोधि मंदिर कॉरिडोर बनाने के बाद बोधगया के स्थानीय लोगों के साथ-साथ यहां के व्यवसायियों में खुशी की लहर है. महाबोधि मन्दिर व आस पास में कायाकल्प होने से यहां की सुंदरता में चार चांद लग जायेगी. जो और भी आकर्षण का केंद्र होगा. कॉरिडोर के निर्माण से पर्यटकों की संख्या में वृद्धि होगी. जिससे छोटे-बड़े हजारो व्यवसायियों को इसका सीधा फायदा होगा और महाबोधी मन्दिर कॉरिडोर देश ही नही बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी एक अलग पहचान बनाएगी.
विष्णुपद मंदिर
मोक्ष की नगरी कहे जाने वाले गया का विश्व प्रसिद्ध विष्णुपद मंदिर अन्तः सलिला फल्गु नदी के तट पर स्थित है. जिसका अपना एक धार्मिक व पौराणिक पहचान है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के द्वारा गया के विष्णुपद मंदिर कॉरिडोर बनाने की घोषणा की गई है. जिसके बाद गया वासियों में खुशी की लहर है. देश के कोने-कोने से लोग यहां अपने पितरों को मोक्ष प्राप्ति की कामना लेकर आते हैं. यहां खासकर पितृपक्ष मेले के समय लाखों की संख्या में तीर्थयात्री आते हैं. ऐसे में मंदिर के कायाकल्प कराए जाने से यहां सबसे ज्यादा पर्यटन व्यवसाय को बल मिलेगा.
डोभी औधोगिक पार्क
केंद्रीय बजट 2024 में बिहार के गया के डोभी में राज्य के सबसे बड़े औधोगिक पार्क का सौगात मिला है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इसकी मंजूरी दे दी है. डोभी में औधोगिक पार्क के निर्माण से गया कि जो सबसे बड़ी समस्या बेरोजगारी है वो अब बहुत हद तक दूर हो जाएगी. क्योंकि औधोगिक पार्क के निर्माण से लाखों लोगों को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे. कहा जा रहा है कि गया कि पहचान एक धार्मिक नगरी के रूप में रहा है परंतु औधोगिक पार्क बन जाने से अब गया आर्थिक नगरी के रूप में भी अपनी पहचान बनाएगी. विकास भी और विरासत भी की तर्ज पर यह विकसित किया जा रहा है.
बोधगया-राजगीर एक्सप्रेसवे
केंद्रीय बजट 2024 में बिहार के गया का अब चौतरफा विकास होगा. बीते मंगलवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आम बजट को पेश किया है जिसमे गया को एक साथ चार सौगात मिली है. जिसमें एक्सप्रेसवे भी शामिल है. जिसके तहत गया स्थित बोधगया जो कि एक विश्वस्तरीय पर्यटक स्थलों में से एक है अब सीधे तौर पर एक्सप्रेसवे से जुड़ेगा. बोधगया-राजगीर व बोधगया-वैशाली दो एक्सप्रेसवे शामिल हैं. यह एक्सप्रेसवे दूसरी सड़को से एकदम अलग होगा.