गया : बिहार से बड़ी संख्या में लोग इंजीनियरिंग और जेईई सही कई और प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी के लिए राजस्थान के कोटा शहर पहुंचते हैं. अपने सपनों को पंख देने के लिए ये छात्र अपने परिवार से दूर इस शहर में पहुंचते हैं और इनके परिवार वालों की नजर हमेशा इनकी तरफ ही लगी रहती है. ऐसे में अगर किसी छात्र के साथ कोई दुर्घटना हो जाए तो उसका पूरा परिवार ही बिखर जाता है. 


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ऐसी ही एक हृदयविदारक घटना की सूचना कोटा से आ रही है. जहां बिहार के गया शहर के डेल्हा थाना क्षेत्र के रहनेवाले प्रवेन्द्र शर्मा ने अपने पुत्र उज्ज्वल कुमार को बड़े अरमानों से जेईई की पढ़ाई करने के लिए कोटा भेजा था लेकिन सात माह बीत जाने के बाद सोमवार को उनके पुत्र ने कोटा में आत्महत्या कर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली.  वह अपने माता-पिता के सपनों को अधूरा छोड़कर चला गया. 


वहीं इस बेटे की मौत की खबर के बाद परिवार के साथ पूरे इलाके में मातम पसरा हुआ है. इस घटना की सूचना आने के बाद से ही मृतक उज्ज्वल के मां का रो-रोकर बुरा हाल  हो गया है. मृतक के परिजनों ने इस मामले में गया जिला प्रशासन व कोटा प्रशासन से उच्च स्तरीय जांच की मांग की है. उन्हें लग रहा है कि इस घटना की जांच होनी चाहिए ताकि सच का पता चल सके या फिर आत्महत्या के कारणों का ही पता लग जाएं. 


हम आपको बता दें कि उज्ज्वल कुमार 7 माह पूर्व राजस्थान के कोटा जिला के जवाहर नगर थाना क्षेत्र में एक निजी मकान में रहकर जेईई की तैयारी कर रहा था. वहीं उसके अचानक मौत की खबर से जहां पूरा परिवार सदमे में है. वहीं परिवार के लोग इस मौत को लेकर कई तरह के सवाल भी खड़े कर रहे हैं. परिवार के लोगों का कहना है कि आखिर अचानक ऐसा कैसे हो गया कि एक ही मकान में रहने वाले दो बिहार के अलग-अलग जिलों के दो छात्रों ने अलग-अलग कमरे में सुसाइड कर लिया. ऐसे में इस मामले की जांच होनी चाहिए. 
(Report- jay prakash kumar)


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