गिरिडीह: हजारीबाग के शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज के कैदी वार्ड में ऑन ड्यूटी हवलदार चौहान हेम्ब्रम की गला घोंटकर की गई निर्मम हत्या के बाद पीड़ित परिजनों से मिलने असम के सीएम और झारखंड के सह प्रभारी डॉ हेमंत बिस्वा सरमा और प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी शनिवार को बिशनीशरण गांव पहुंचें. पीडित परिजनों से मिलने पहुंचने की खबर से हरकत में प्रशासन की टीम रात में ही उसके घर पहुंच गए और सरकारी सुविधा के लाभ लेने के लिए आवश्यक प्रक्रिया के लिए सुबह में हजारीबाग जाने की बात कही. वहीं ग्रामीणों के अनुसार सुबह पुनः पुलिस प्रशासन की टीम बिशनीशरण पहुंचकर जवान की पत्नी व बच्चों को लेकर हजारीबाग निकल गई.


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इधर घर पहुंचने के बाद हेमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि प्रशासनिक लापरवाही से एक आदिवासी जवान की हत्या हुई है. इसके लिए हजारीबाग के एसपी पर कार्रवाई होनी चाहिए. कहा एक सप्ताह होने को है लेकिन इसके बाद भी अपराधी पुलिस की पकड़ से फरार है जो राज्य की विधि व्यवस्था पर सवाल खड़ा कर रही है. उन्होंने कहा कि एक कुख्यात अपराधी की सुरक्षा में एकमात्र जवान को तैनात किया जाना कई सवाल खड़े कर रही है. उन्होंने कहा संगठन पीड़ित परिजनों के साथ खडी है. सरकारी सुविधा का लाभ दिलाने तक संगठन परिजनों के साथ है.


वहीं संगठन की ओर से भी पीड़ित परिवार को आर्थिक मदद की जाएगी. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार तुष्टिकरण की राजनीति कर अपराधी को बचाने का काम कर रही है. अपराधी को गिरफ्तार करे और उसकी सजा फांसी से कम नहीं हो इसके लिए सरकार को पहल करनी चाहिए. अब तक यहां की विधायक पीड़ित परिवार से मिलने भी नहीं पहुंची है जो दुर्भाग्यपूर्ण है. वहीं बाबूलाल मरांडी ने कहा राज्य में विधि व्यवस्था चौपट हो गई है. उन्होंने अपने स्तर से पीड़ित परिवार को आर्थिक मदद की. मौके पर कई भाजपाई उपस्थित थे.


इनपुट- मृणाल सिन्हा


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