गिरिडीह: झारखंड के गिरीडीह में जिस बिल्डिंग में सरकारी शराब दुकान चल रही थी. उसी बिल्डिंग के गोदाम में न सिर्फ नकली विदेशी शराब को डंप किया जा रहा था बल्कि इस नकली शराब को चारपहिया वाहन पर लादकर बिहार में खपाया जा रहा था. नकली शराब के इस गोरखधंधे का खुलासा गिरिडीह एसपी के निर्देश पर उत्पाद विभाग, पुलिस व एफएसटी ने किया है. उत्पाद विभाग की टीम ने भवन के गोदाम से एक सौ पेटी नकली शराब, गोदाम के पास खड़ी गाड़ी से बीस पेटी नकली शराब बरामद किया है. टीम के द्वारा बबलू साहा नामक व्यक्ति के अलावा सरकारी शराब दुकान में कार्यरत दो कर्मी हीरा सिंह और प्रिंस सिंह को हिरासत में लिया गया है.


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इस कार्रवाई की पुष्टि उत्पाद दारोगा रविरंजन ने की.बताया जाता है कि एसपी दीपक कुमार शर्मा को यह लगातार सूचना मिल रही थी गिरिडीह के गावां से शराब बिहार भेजी जा रही है. शराब को सरकारी दुकान के सामने ही चारपहिया पर लोड किया जाता है. ऐसी सूचना पर एसपी ने अपने स्तर से छानबीन शुरू की. जांच में सूचना सही निकली. इसके बाद पूरी रणनीति से शुक्रवार को छापा मारा गया. बताया जाता है यहां छापेमारी में यह भी साफ हुआ कि नकली शराब को बिहार भेजे जाने के दौरान कुछ महंगी शराब की असली पेटियों को वाहन में डाला जाता था.


इधर पकड़ में आए तीनों लोगों से प्रशासन की टीम सख्ती से पूछताछ कर रही है. यह पता लगाया जा रहा है कि शराब को कहां पर बनाया जाता था और कैसे शराब गावां के गोदाम में पहुंचती थी. वहीं नकली शराब के इस कारोबार में कौन कौन लोग शामिल हैं. किस किस सरकारी शराब दुकान के बगल में नकली शराब को डंप किया जाता है. नकली शराब के इस धंधे में सरकारी दुकान के कर्मियों की भूमिका क्या है.


इनपुट- मृणाल सिन्हा


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