Jharkhand Politics: झारखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन की सक्रिय राजनीति में एंट्री हो गई है. उन्होंने सोमवार को गिरिडीह में आयोजित झारखंड मुक्ति मोर्चा के 51वें स्थापना दिवस समारोह में पार्टी का झंडा लहराया और इसके बाद जनसभा को संबोधित किया. इसके पहले रविवार शाम को उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर हेमंत सोरेन के हैंडल से राजनीति में सक्रिय होने का ऐलान किया था. उन्होंने अपने ससुर शिबू सोरेन और सास रूपी सोरेन से आशीर्वाद लेती अपनी तस्वीर भी पोस्ट की थी.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

यासत के मंच पर पहले सार्वजनिक संबोधन में अपने पति हेमंत सोरेन का जिक्र करते हुए कल्पना की आंखों से आंसू छलक उठे. उन्होंने कहा कि आज चार तारीख है. कल तीन तारीख को मेरा जन्मदिन था. मुझे हेमंत जी से मिलने का समय मिला. उन्होंने मेरे कंधे पर हाथ रखा और कहा कि घबराना नहीं. जेल में हूं, लेकिन जिंदा हूं.
मैं भारी मन से आपके सामने खड़ी हूं. एक पिता के रूप में मेरे ससुर और मेरी सासू मां चिंतित हैं. मुझे लगा था, मैं आंसू रोक लूंगी, लेकिन आपका प्यार देखकर मैं अपने आंसू रोक नहीं सकी. आप यहां से जोर से चिल्लाकर बता दीजिए कि आपका उत्साह आपके दादा तक जाए. जेल तक जाए. इतना बड़ा षड्यंत्र रच गया कि हेमंत सोरेन जेल में हैं.


कल्पना सोरेन ने कहा कि दिल्ली में बैठने वालों का दिल नहीं धड़कता है. आदिवासी, दलित और अल्पसंख्यक को कीड़ा समझते हैं. व्यवहार से पता चलता है कि कितनी घृणा भरी हुई है. हमारे मुख्यमंत्री को पद से उतारने के लिए षड्यंत्र किया. झारखंड सरकार को गिराने की मंशा बिखर गई है.


यह भी पढ़ें: 'जन्म प्रमाण पत्र में पिता के नाम की जगह लिखवाना होगा', लालू की बेटी का PM पर तंज


उन्होंने कहा कि हमारे जितने भी विधायक हैं, जितने कार्यकर्ता हैं, उनके मनोबल से प्रतीत होता है कि हमने उनको परास्त तो कर दिया, लेकिन आने वाले समय के लिए आप सभी को मिलकर अपना आशीर्वाद वोट के रूप में देना है और ये यकीन दिलाना है कि झारखंड कभी झुकेगा नहीं. समारोह में मंच पर सीएम चंपई सोरेन, मंत्री हफीजुल हसन, बेबी देवी, महुआ माजी, मथुरा प्रसाद महतो, गिरिडीह विधायक सुदिव्य कुमार सोनू, गांडेय के पूर्व विधायक डॉ. सरफराज अहमद, जयप्रकाश वर्मा समेत अन्य मौजूद रहे.


इनपुट: आईएएनएस