Bihar Teacher News: केके पाठक का नया आदेश, स्कूलों के शिक्षकों को अब वॉट्सऐप के जरिए नहीं मिलेगी छुट्टी
Bihar Teacher News: बिहार शिक्षा विभाग के अलग-अलग आदेश ने शिक्षकों की टेंशन बढ़ा दी है. जारी आदेश के अनुसार, बिहार के सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को अब वॉट्सऐप के जरिए छुट्टी नहीं मिलेगी.
पटनाः Bihar Teacher News: बिहार शिक्षा विभाग के अलग-अलग आदेश ने शिक्षकों की टेंशन बढ़ा दी है. बीते दिन यानी बुधवार (13 दिसंबर) को शिक्षा विभाग की ओर से फिर एक नया आदेश जारी किया गया है. जारी आदेश के अनुसार, बिहार के सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को अब वॉट्सऐप के जरिए छुट्टी नहीं मिलेगी. पहले कई शिक्षक ऐसे थे जो वाट्सएप पर छुट्टी के लिए आवेदन देते थे. अब व्हाट्सएप पर भेजा गया छुट्टी के लिए आवेदन मान्य नहीं होगा.
शिक्षा विभाग ने छुट्टी को लेकर एक नया आदेश जारी कर दिया है. नए आदेश के मुताबिक, वाट्सएप पर भेजा गया छुट्टी के लिए आवेदन मान्य नहीं होगा. आदेश में कहा गया है कि स्कूल से अनुपस्थित शिक्षक वॉट्सऐप से ही अपना आवेदन भेज देते है जो स्वीकार्य नहीं है. जिन शिक्षकों को छुट्टी का आवेदन देना होगा, उन्हें स्कूल आना होगा. ताकि निरीक्षण करने वाले अफसर यह देख सकें कि यह किस तारीख को दिया गया है.
इस मामले में सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी को निर्देश दिए गए हैं कि शिक्षक, अन्य कर्मी, पदाधिकारी का आवेदन वॉट्सऐप पर स्वीकार नहीं करें।
स्कूलों में शिक्षकों की उपस्थिति बढ़ी
केके पाठक ने कहा कि स्कूल निरीक्षण के बेहतर परिणाम सामने आए हैं. शिक्षकों की उपस्थिति स्कूलों में बढ़ी है. स्कूल समय से खुल रहे हैं. इस व्यवस्था के तहत लगभग 40 हजार स्कूलों का प्रतिदिन निरीक्षण हो रहा है. अनुपस्थित पाए गए शिक्षकों का वेतन काटा जा रहा है. कई प्रिंसिपल पर भी कार्रवाई की गई है. इसके अलावा यह भी देखा गया है कि स्कूलों का निरीक्षण दिन में एक ही बार करते हैं. कुछ शिक्षक निरीक्षण होने के बाद समय से पहले स्कूल छोड़ देते है.
बता दें कि राज्य के स्कूलों को तीन श्रेणियों में बांटा गया है. इसको लेकर निरीक्षण रोस्टर बनाए गए है. इसमें सुधार किया गया है. पहली पाली में निरीक्षण सुबह 9 से 12 बजे के बीच और दूसरी पाली में दोपहर 2 से 5 बजे के बीच होगा. शिक्षक में यह संदेश जाना चाहिए कि हम कभी भी निरीक्षण के लिए पहुंच सकते हैं. निरीक्षण रोस्टर को रैंडम और गोपनीय रखा जाएगा. निरीक्षण रोस्टर मासिक ना बनाकर साप्ताहिक बनाया जाएगा. पिछले सप्ताह श्रेणी 'क' वाले स्कूल में थे. उसे श्रेणी 'ख' या श्रेणी 'ग' में रखा जाएगा. इसी प्रकार रोस्टर को प्रत्येक सप्ताह रैंडमाइज्ड किया जाएगा.
इनपुट- निशेद कुमार
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