BPSC News: बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) ने 67वीं परीक्षा का फाइनल रिजल्ट जारी कर दिया गया है. फाइनल रिजल्ट में कुल 799 उम्मीदवारों सफल घोषित किया गया है. रिजल्ट जारी करने के बाद आयोग ने फर्जीवाड़ा करने वाले अभ्यर्थियों पर बड़ी कार्रवाई की है. आयोग ने फर्जीवाड़ा करने वाले 20 अभ्यर्थियों को चिन्हित करके बीपीएससी की परीक्षाओं से अगले 5 साल के लिए बैन कर दिया है. सोमवार (30 अक्टूबर) को विभाग की ओर से इस संबंध में जानकारी दी गई है. ये कैंडिडेट्स अब अगले 5 साल तक आयोग की कोई भी प्रतियोगी परीक्षा नहीं दे सकेंगे. 


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फर्जीवाड़ा करने वालों पर गिरी गाज


बीपीएससी की ओर से जारी किए गए पत्र में बताया गया है कि 11 ऐसे कैंडिडेट्स हैं, जिनकी जगह पर दूसरे लोग परीक्षा दे रहे थे. वहीं कुछ अभ्यर्थी आधार कार्ड के सत्यापन में असफल रहे तो कुछ बायोमेट्रिक में फेल हो गए. ऐसे अभ्यर्थियों पर कार्रवाई की गई है. बता दें कि बीपीएससी की ओर से आयोजित की गई शिक्षक बहाली परीक्षा के प्रथम चरण में प्राथमिक, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों में अध्यापक के 1,70,461 पदों पर नियुक्ति होनी है.


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2 नवंबर को मिलेगा नियुक्ति पत्र


इसके लिए 24, 25 और 26 अगस्त को परीक्षा ली गई थी. जिनमें से 1.20 लाख अभ्यर्थी उत्तीर्ण हुए हैं जिनकी काउंसलिंग प्रक्रिया भी पूरी हो गई है. 2 नवंबर को इन्हें नियुक्ति पत्र दिया जाना है. बीपीएससी ने शिक्षक भर्ती परीक्षा का रिजल्ट अभी हाल ही में जारी किया था. अब जांच के बाद फर्जी अभ्यर्थियों पर शिकंजा कसा गया है.


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इन 20 लोगों पर हुई है कार्रवाई


जिन 20 अभ्यर्थियों पर कार्रवाई की गई है उनमें अंशु यादव, रामनंदन कुमार, रंजन कुमार गुप्ता, विकास कुमार राय, विकास चंद्र यादव, हरि प्रकाश, समीर राज, निरंजन कुमार, सरोज कुमार प्रसाद, राजाराम यादव, फूल कुमारी, मनीष कुमार, लालू कुमार, राकेश कुमार, शशि कुमार, मणिकांत कुमार, रितेश कुमार, मदन मोहन कुमार, गौरव कुमार और संजीत कुमार शामिल हैं.