Fake Joining Letter: बिहार में शिक्षक बहाली की आड़ में हो रहा है फर्जीवाड़ा? जानिए मामला
Fake Joining Letter: जिला शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय में महुआ के मिर्जानगर की एक महिला सजिया खातून यह शिकायत लेकर पहुंची. वह बीपीएससी शिक्षक परीक्षा उतीर्ण है
Fake Joining Letter: बिहार का शिक्षा विभाग अक्सर अपने कारनामों के कारण चर्चा में रहता है, लेकिन इस बार शिक्षा विभाग ने एक बड़ा फर्जीवाड़ा होने से पहले ही पकड़ लिया. शिक्षा विभाग की फुलप्रूफ सिस्टम में सेंधमारी की कोशिश को नाकाम कर दिया.
दरअसल, जिला शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय में महुआ के मिर्जानगर की एक महिला सजिया खातून यह शिकायत लेकर पहुंची. वह बीपीएससी शिक्षक परीक्षा उतीर्ण है और उसे पातेपुर प्रखंड के सैदपुर डुमरा में बतौर शिक्षक नियुक्त किया गया है, लेकिन विद्यालय के प्रधानाध्यापक और प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी उनका योगदान नहीं ले रहे है.
ये भी पढ़ें:नीतीश की रैली रद्द होने पर श्रवण कुमार ने बोला CM योगी हमला, कहा-चल रही है तानाशाही
वैशाली जिला शिक्षा पदाधिकारी ने जब औपबंधिक नियुक्ति पत्र की जांच की तो पाया कि यह पत्र शिक्षा विभाग के द्वारा जारी नहीं किया गया है और यह पत्र पूरी तरह फर्जी है. जिसके बाद महिला से पूछताछ की गई. जिसमें उसने बताया कि महुआ प्रखंड कार्यालय स्थित एक साइबर कैफे से दो फर्जी नियुक्ति पत्र निकाला गया है, जिसे एक और महिला को दिया गया है जो यह फर्जी पत्र लेकर मुजफ्फरपुर जिले में योगदान करने गई है.
ये भी पढ़ें: CM नीतीश का ड्रीम प्रोजेक्ट हुआ पूरा, गंगाजल आपूर्ति योजना का आज करेंगे लोकार्पण
इससे पहले की कोई कार्रवाई होती, उससे पहले ही महिला चकमा देकर फरार हो गई. इधर जिला शिक्षा पदाधिकारी ने मामले में केस दर्ज कर महिला और सायबर कैफे पर कार्रवाई शुरू कर दिया है और वरीय अधिकारियों को भी घटना की जानकारी दे दी है.