Gumla News: गुमला शहर में हथियार लेकर घुसे दो लोगों को पुलिस ने 12 मार्च, दिन मंगलवार को गिरफ्तार किया है. जिसमें टोटो निवासी रिजवान आलम (25) और टेंगरिया खिजुरटोली निवासी विजय उरांव है. जबकि, एक टेंगरिया खिजुरटोली निवासी संजय उरांव (28) है. गिरफ्तार लोगों के पास से दो देसी कट्टा भी मिला है. बाइक भी बरामद किया गया. ये सभी पहले से अपराध करते आ रहे हैं. पूर्व में भी जेल जा चुके हैं.


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एसडीपीओ सुरेश प्रसाद यादव ने बताया कि गुमला शहर में दो आरोपी रिजवान आलम और संजय उरांव थैला में हथियार लेकर घूम रहे थे. तभी पुलिस को देखकर बाजाज पल्सर नंबर जेएच 08 एच 2250 से पंजाबी गली की ओर भागने लगे. जिसका पीछा करने पर खदेड़कर पकड़ने का प्रयास किया गया, तो अपराधी अपना बाइक छोड़कर भागने लगे. छीना झपटी में एक अपराधी के कंधे में लटका हुआ गहरा हरा रंग का छोटा थैला पुलिस के हाथ में आ गया. 


उन्होंने बताया कि एक अपराधी का छोटा मोबाइल वही पर सड़क पर गिर गया. मगर बाइक छोड़कर दोनों भागने में सफल रहे. थैला को जब खोलकर देखा गया तो उसके अंदर दो देसी कट्टा बरामद हुआ. उनके छोड़े गए दोनों देसी कट्टा, थैला, मोबाइल और बाइक को विधिवत पुलिस जब्त किया गया. इसके बाद उन्हें खोजने के लिए पुलिस की कई टीम बनाकर शहर में फैल गयी. एसडीपीओ सुरेश प्रसाद यादव ने बताया कि इसी क्रम में वृंदा नगरटोली के पास बाइपास सड़क पर दोनों भागे हुए अपराधियों में से एक पैदल जाता हुआ दिखाई दिया. जो पुलिस दल को देखकर भागने का प्रयास करने लगा. जिसे पुलिस दल द्वारा खदेड़कर पकड़ा गया. 


एसडीपीओ ने बताया कि पकड़े हुए अपराधी रिजवान आलम से पूछने पर उसने अपने भागे हुए साथी का नाम संजय उरांव बताया. साथ ही बाइक मालिक का नाम टेंगरिया खिजुरटोली निवासी विजय उरांव बताया. रिजवान आलम को गिरफ्तार कर थाना लाया गया. जिसके दो घंटे बाद बाइक मालिक विजय उरांव नाटकीय ढंग से मनगढंत कहानी बनाते हुए अपनी बाइक चोरी होने का आवेदन थाने पर देने आया. जिसे थाना पर गिरफ्तारी नियमों का पालन करते हुए गिरफ्तार किया गया. 


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उन्होंने बताया कि इस कांड में शामिल रिजवान आलम और संजय उरांव पूर्व में जेल जा चुके है. इनका पूर्व से भी अपराधिक इतिहास रहा है. ये सभी अपराधी गुमला शहर में किसी लूट की घटना को अंजाम देने के फिराक में पहुंचे थे. लेकिन पुलिस की तत्परता के कारण इनकी योजना विफल हो गयी. छापेमारी में थानेदार देवेश कुमार भगत, एसआइ मुनेश तिवारी, एसआइ शंकर लकड़ा, एसआइ अंकित राज, एसआइ योगेश कुमार यादव, हवलदार नामजद सामद, रामधन उरांव, जयशंकर, आरक्षी सुनील कुमार मौजूद थे.  


रिपोर्ट: रणधीर निधि