Tulsi Chai Recipe: तुलसी की चाय से मिलेगा कई बीमारियों से छुटकारा, जानिए बनाने की विधि
Benefits of Tulsi Tea: तुलसी एक औषधिय पौधा है. तुलसी के पत्ते में एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है, जो तनाव, सर्दी जुखाम, कब्ज, गैस जैसे कई रोगों से लड़ने में मदद करता है. तुलसी के पत्ते का सेवन चाय रुप में किया जा सकता है.
tulsi chai recipe and benefits: तुलसी के पौधे को भारत में एक पवित्र पौधे के रूप में पूजा जाता है. इस पौधे का इस्तेमाल एंटीऑक्सीडेंट गुण के कारण आयुर्वेद में किया जाता है. यह पवित्र पौधे की पत्तियों का उपयोग आयुर्वेद में कई रोगों से राहत पाने के लिए किया जाता है. तुलसी का सेवन करके तनाव की समस्या को दूर किया जा सकता है. इसके अलावा तुलसी के पत्तियों का सेवन चाय के रूप में करके बदलते मौसम के कारण होने वाले संक्रमण और सर्दी जुखाम से राहत पाया जा सकता है. अगर आप भी बदलते मौसम के कारण सर्दी जुखाम से परेशान है तो आप तुलसी के चाय का सेवन कर सकते हैं. आइए जानते हैं तुलसी से चाय बनाने की विधि और इसके फायदे.
तुलसी चाय बनाने की विधि:
1. तुलसी की चाय बनाने के लिए सबसे पहले एक बर्तन में पानी गर्म करें.
2. इसके बाद इसमें चाय पत्ती और अदरक, काली मिर्च, और छोटी इलाइची को दरदरा पीस कर डालें.
3. इसके बाद इसे 5 मिनट तक उबालें और जब यह उबल जाएं तो इसमे गुड़ डालकर गुड़ के पिघल जाने तक उबालें, जब गुड़ अच्छी तरह पिघल जाएं तो गैस से उतारकर छान लें.
4. आपका तुलसी चाय तैयार है.
तुलसी चाय के फायदे( Benefits of tulsi tea)
1. पाचन तंत्र को ठीक करे: वर्तमान समय में अधिक मात्रा में फास्ट फूड के सेवन करने के कारण कब्ज और गैस होने की समस्या एक आम समस्या बन चुकी है. तुलसी के चाय का रोजाना सेवन से इस परेशानी से छुटकारा पाया जा सकता है इसके साथ ही यह पाचन को तंत्र को भी ठीक रखने में मदद करता है.
2. सर्दी जुखाम से दिलाएं राहत: बारिश के मौसम में सर्दी जुखाम हो तो लाजमी है, लेकिन क्या आप जानते हैं इस समस्या को दूर करने के लिए आयुर्वेदिक पौधा तुलसी कितना फायदेमंद है. तुलसी में कई ऐसे गुण मौजूद होते हैं, जो सर्दी जुखाम से निजात दिलाता है.
3. तनाव को दूर करता है तुलसी चाय: तुलसी के पत्ते में एंटी-स्ट्रेस गुण मौजूद होते हैं. अगर आप तनाव का सामना कर रहें, तो प्रतिदिन तुलसी के चाय का सेवन कर आप इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं.
Desclaimer- यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य अध्ययन पर आधारित है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर ले लें.