Munger News: मुंगेर जिले के असरगंज में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र हमेशा से ही सुर्खियों में रहा है ना तो यहा सही तरीके से मरीजों का उपचार हो पाता है और ना ही समय पर डॉक्टर मिल पाते हैं. हद तो तब हो गई जब कुछ महिलाओं की नसबंदी होनी थी, लेकिन डॉक्टर ही अस्पताल नहीं पहुंचे. नसबंदी कराने के लिए लिए महिलाएं तो समय से अस्पताल पहुंच गईं, लेकिन देर रात तक डॉक्टर नहीं आने से परेशान रहीं. लापरवाही का आलम यह था कि महिलाओं को यह तक नहीं बताया गया कि उनका ऑपरेशन करने के लिए जो डॉक्टर आना थे, वे नही आ रहे हैं. इससे नाराज होकर महिलाओं ने हंगामा करना शुरू कर दिया. जिस पर पुलिस बुलानी पड़ी. पुलिस ने बड़ी मशक्कत के बाद महिलाओं को समझा-बुझाकर शांत कराया. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

दरअसल, दूर-दराज की महिलाएं सुबह 9 बजे से ही सर्जन का इंतजार करती रहीं, लेकिन शाम 6 बजे तक उनके ऑपरेशन के लिए कोई कदम नहीं उठाए गए. खानापूर्ति के लिए जूनियर डॉक्टरों द्वारा उन्हें विभिन्न प्रकार के टीके लगाकर बेड पर लिटा दिया गया था. देर शाम तक ऑपरेशन ना होने पर महिलाओं एवं परिजन परेशान और अस्पताल में हंगामा करने लगे. जिसपर डॉ परवेज ने इसकी सूचना पुलिस को दी. सूचना पर पहुंची पीएसआई नेहा कुमारी ने सभी महिलाओं और उनके परिजनों को शांत कराया. वहीं पीड़ित परिजनों ने अस्पताल की कुव्यवस्था का एक वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया.


ये भी पढ़ें- मधेपुरा पुलिस को मिली सफलता, हथियार और जिंदा कारतूस के साथ 2 अपराधी गिरफ्तार


जानकारी के अनुसार, बंध्याकरण शिविर में 16 महिलाएं ऑपरेशन के लिए पहुंची थीं. स्वास्थ्य केंद्र की एएनएम ने सभी महिलाओं को इंजेक्शन देकर ऑपरेशन होने की बात कहकर इमरजेंसी हाल में बेड पर छोड़ दिया. शाम तक सर्जन के नहीं पहुंचने पर महिलाओं के परिजन ने बीसीएम धनंजय कुमार से जानकारी ली, जिसपर उन्होंने जल्द ही डॉक्टर के पहुंचने की बात कही. लेकिन सर्जन बीएन सिंह रात 10 बजे पहुंचे और उसके बाद ऑपरेशन शुरू किया. जिस वजह से सिर्फ 6 महिलाओं का ऑपरेशन किया और फिर चले गए. इससे अन्य मरीजों के परिजन आक्रोशित हो गए और हो हंगामा करने लगे.


ये भी पढ़ें- क्रिकेट खेलने को लेकर हुए विवाद में गोलीबारी, मौके पर भारी संख्या में पुलिस तैनात


वहीं इस मामले को लेकर जी न्यूज ने जब प्रभारी से बात करना चाहा तो उन्होंने कैमरे पर बोलने से मना कर दिया. अस्पताल के बीसीएम धनजय कुमार से वायरल वीडियो को लेकर बात की, तो उन्होंने कहा कुछ महिलाएं परिवार नियोजन कराने के लिए आई थीं. सर्जन डॉक्टर बीएन सिंह की तबियत खराब थी, जिसके कारण से वो देर से आए थे. जिसके कारण 6 महिलाओं का ऑपरेशन किया गया. जिसको लेकर मरीजों के परिजन गुस्सा हो गए और हंगामा शुरू कर दिए. जिसके बाद पुलिस पहुंची और देर रात मामला शांत करवाया.