रांची: झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार के बहुत जल्द एक साल पूरे होने वाले हैं. जिसे लेकर सरकार जनता के सामने साल भर का लेखा-जोखा पेश करने की तैयारी कर रही है. इसके लिए मुख्यमंत्री सभी विभागों को लेकर समीक्षा बैठक करेंगे. हालांकि, समीक्षा बैठक से पहले सियासी बयानबाजी ने जोर पकड़ लिया है. 


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29 दिसंबर को हेमंत सोरेन (Hemant Soren) सरकार के एक साल पूरे हो जाएंगे. इस मौके पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने जनता के सामने साल भर के काम-काज का रिपोर्ट कार्ड पेश करने का वादा किया था. लिहाजा इस वादे को पूरा करने के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सभी विभागों के काम की समीक्षा करने वाले हैं. इसके लिए 2 से 18 दिसंबर की तारीख तय की गयी है.


- 2 दिसंबर को प्लानिंग एंड फाइनेंस, कमर्शियल टैक्स, कार्मिक, कैबिनेट और विजिलेंस विभाग की समीक्षा होगी. 
- 3 दिसंबर को स्वास्थ्य, पर्यटन, खेल-कूद विभाग की समीक्षा
- 4 दिसंबर को स्कूली शिक्षा एवं तकनीक को लेकर समीक्षा. 
- 7 दिसंबर को कल्याण विभाग, कृषि विभाग की समीक्षा. 
- 9 दिसंबर को ग्रामीण विकास, खाद्य आपूर्ति एवं जनवितरण विभाग की समीक्षा
- 11 दिसंबर को उद्योग एवं ऊर्जा विभाग की समीक्षा. 
- 14 दिसंबर को पेयजल एवं स्वच्छता और जल-संसाधन विभाग की समीक्षा. 
- 15 दिसंबर खान एवं अयस्क, आपदा प्रबंधन के साथ वन एवं पर्यावरण विभाग की समीक्षा. 
- 16 दिसंबर को शहरी विकास कार्य और परिवहन विभाग की समीक्षा. 
- 17 दिसंबर को एक्साइज, गृह कर एवं भूमि सुधार को लेकर समीक्षा. 
- 18 दिसंबर को पथ निर्माण और भवन निर्माण विभाग की समीक्षा की जाएगी. 


हालांकि, समीक्षा बैठक से पहले सियासी बयानबाजी भी शुरू हो गयी है. CM की विभागवार होने वाली मैराथन समीक्षा पर बीजेपी ने निशाना साधा. और कहा की ये सारी कवायद बस मीडिया की सुर्खियां बनने के लिए की जा रही हैं. 


वहीं, सत्ता पक्ष का दावा है की हेमंत सरकार लगातार काम कर रही है. और जब रिपोर्ट कार्ड पेश होगा तब झारखंड की जनता भी देखेगी क्या हुआ और क्या-क्या करने की योजना है. हेमंत सरकार ने जनता के सामने अपने कामकाज का हिसाब-किताब रखने की तैयारी शुरू कर दी है. और इस रिपोर्ट कार्ड पर नंबर तो जनता ही देगी.