साथ ही शहर का रिकवरी रेट भी किसी अन्य शहर और राज्य से बेहतर है. उन्होंने बताया कि कांटेक्ट रेसिंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से 2000 लोगों को चिह्नित कर लिया गया है और सभी का टेस्ट भी कराने की प्रक्रिया चल रही है.
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रांची: कोरोना संक्रमण के बढ़ते दायरे के बीच रांची के 6 थानों में कोरोना संक्रमित मरीज की पुष्टि ने प्रशासन की नींद उड़ा दी है. ऐसे में सभी पुलिसकर्मियों की वृहद पैमाने पर कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग की जा रही है ताकि इसके संक्रमण को और फैलने से रोका जा सके.
रांची के पुलिस स्टेशन में कोरोनावायरस की एंट्री हो चुकी है. शहर के 6 थानों की पुलिस इससे संक्रमित हो चुके हैं जिसने जिला प्रशासन की मुश्किलें यकीनन बढ़ा दी हैं, लेकिन कोरोना से संबंधित शहर के आंकड़े ने प्रशासन के हौसले को मजबूत कर दिया है.
मामले पर जानकारी देते हुए रांची उपायुक्त ने बताया कि फ्रंटलाइन वर्कर्स को आम लोगों से ज्यादा ऐसे आज बरतने की जरूरत है क्योंकि उनमें संक्रमण का खतरा सबसे ज्यादा है. और जिन पुलिसकर्मियों में संक्रमण पाए गए हैं. उनसे जुड़े लोगों की कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग की जा रही है ताकि इसके संक्रमण को फैलने से रोका जा सके.
भले ही छह थानों की पुलिस कोरोनावायरस से संक्रमित हो गई हो लेकिन पूर्णा से संबंधित जो आंकड़े हैं उसने जिला प्रशासन के हौसले को बुलंद रखा है. मामले पर जानकारी देते हुए रांची उपायुक्त और एसडीओ बताते हैं कि रांची में डबलिंग रेट 62 दिनों का है जो किसी भी देश और राज्य के औसत से बेहतर है.
साथ ही शहर का रिकवरी रेट भी किसी अन्य शहर और राज्य से बेहतर है. उन्होंने बताया कि कांटेक्ट रेसिंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से 2000 लोगों को चिह्नित कर लिया गया है और सभी का टेस्ट भी कराने की प्रक्रिया चल रही है.
झारखंड में कोरोना वायरस के संक्रमण का दायरा बढ़ रहा है और अब इसकी जद में सरकारी तंत्र के लोग भी आ गए हैं. राजधानी रांची के छह पुलिसकर्मी कोरोना संक्रमित हुए हैं. इसमें बरियातु, चुटिया, अरगोड़ा, हिन्दपीढ़ी, धुर्वा थाना के साथ पुलिस लाइन में रहने वाला ट्रैफिक पुलिसकर्मी की रिपोर्ट भी पॉजिटिव पाई गई है. इसके बाद थाना परिसर का सैनिटाइजेशन किया जा रहा है.
बहरहाल, झारखंड में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ तो रही है, लेकिन रिकवरी रेट यकीनन सुकून पहुंचाने वाली है. इसीलिए अधिकारी लगातार यह अपील कर रहे हैं कि इससे घबराने की जरूरत नहीं बल्कि नियमों का पालन कर इससे बचने की जरूरत है.