Patna: इस बार कोरोना को लेकर होली का रंग फीका रहने के आसार है. वहीं, बाजार में मिल रहे मिलावटी रंग और अबीर से होली खेलने वाले लोग सोचने पर मजबूर है. पटना सिटी के खाजेकला बाजारों में मिलने वाले चमकीले रंग और अबीर में कौन सा रंग मिलावटी है और कौन सा नहीं, इसे पहचानना मुश्किल हो रहा है. हालांकि, डॉक्टर होली में हर्बल रंग से होली खेलने की सलाह दे रहे है पर बाजारों में हर्बल रंग के नाम पर मिलावटी रंग बेचा जा रहा है.


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वहीं, लोगों को बाजार में मिल रहे रंगों से होली खेलने में डर लग रहा है क्योंकि इन रंगों से होली का त्यौहार बदरंग हो सकता है. बाजारों में बिक रहे रंगों में कारोबारी हानिकारक केमिकल (Harmful Chemical) मिला कर रंग को चमकीला बना रहे है. जो त्वचा को खासा नुकसान पहुंच सकता है. मिलावटी रंगो से होली खेलना घातक हो सकता है और त्वचा केमिकल से झुलस सकती है और चेहरे को नुकसान भी पहुंच सकता है. 


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डॉक्टरो का कहना है कि हानिकारक केमिकल से बने रंग से होली खेलने से परहेज करना चाहिए. वरना लोग चर्म रोग का शिकार हो सकते है और जख्म का रूप भी ले सकता है. ऐसे में चिकित्सक मिलावटी रंगों के इस्तेमाल से बचने और प्राकृतिक रंग से होली खेलने की सलाह दे रहे हैं और रंग से खेलने के पहले चेहरे पर क्रीम लगाने की भी सलाह दी है.
 
(इनपुट-परवीन कांत)