रेलवे ग्रुप डी की नौकरी दिलाने के नाम पर चल रहा था गौरखधंधा, पुलिस ने किया पर्दाफाश
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रेलवे ग्रुप डी की नौकरी दिलाने के नाम पर चल रहा था गौरखधंधा, पुलिस ने किया पर्दाफाश

यूपी के गोरखपुर से सैकड़ों छात्रों को मेडिकल टेस्ट कराने के लिए बुलाया गया था. लेकिन इस विभाग के संबंधित इन लोगों के पास कोई ओरिजिनल कागजात नहीं था.

कैमूर में नौकरी दिलाने के नाम पर गोरखधंधा चल रहा था.

मुकूल जायसवाल/कैमूरः बिहार के कैमूर जिले के दुर्गावती रेलवे स्टेशन के माल गोदाम के पास अचानक सैकड़ों छात्रों की भीड़ देखकर किसी ने इसकी सूचना कैमूर एसपी को दी. एसपी ने तुरंत कार्रवाई करते हुए डीआईओ और मोहनिया डीएसपी के नेतृत्व में छापामारी दल भेजा. जब इस बात की जांच की गई कि भीड़ क्यों लगी है तो वहां रेलवे ग्रुप डी की नौकरी दिलाने के नाम पर गोरखधंधा चल रहा था.

खबरों के मुताबिक, यूपी के गोरखपुर से सैकड़ों छात्रों को मेडिकल टेस्ट कराने के लिए बुलाया गया था. लेकिन इस विभाग के संबंधित इन लोगों के पास कोई ओरिजिनल कागजात नहीं था. जहां पुलिस ने नौकरी दिलाने वाले सदस्य के एक महिला सहित कुल बारह लोगों को गिरफ्तार कर लिया. 

उनके पास से कैश, दो लग्जरी गाड़ी, फर्जी आई कार्ड, रेलवे का फर्जी मोहर, और फर्जी बहाली का दस्तावेज सहित दर्जनों आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किया गया. पुलिस की जांच में पता चला यूपी के सैकड़ों लड़कों को छह लाख रुपये में रेलवे के ग्रुप डी में नौकरी दिलाने के लिए झांसा देकर डेढ़ लाख रुपया अग्रिम भुगतान करा लिया गया था

साथ ही आज उनका मेडिकल टेस्ट करा कर साढ़े चार लाख रुपया कल बैंक खुलने पर खाते में डलवाया जाता. इन लोगों का जाल बिहार सहित पूरे देश में फैला हुआ है.

कैमूर एसपी दिलनवाज अहमद ने बताया मेडिकल टेस्ट के लिए पहुंचे छात्र-छात्राओं के बयान पर प्राथमिकी दर्ज करते हुए इन सभी को जेल भेजा जा रहा है. वहीं, जांच की जा रही है कि इन लोगों का गिरोह कहां-कहां फैला है और इसका मुख्य सरगना कौन है.

फिलहाल सैकड़ों लड़कों से अपराधियों ने डेढ़ डेढ़ लाख रुपये ले लिए हैं हालांकि अगली राशि लेने से पहले इन लोगों को दबोच लिया गया. इन लोगों द्वारा रेलवे का फर्जी वेबसाइट बनाकर लड़कों को दिखा कर पैसा वसूली किया जाता है.