सावधान! अगर इन बातों का नहीं रखा ध्यान तो, रंग में पड़ सकता है भंग
Holi Skin Care Tips: आजकल रंगों में होने वाले केमिकल (Chemical) के इस्तेमाल के चलते आपको कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.
Patna: होली रंगों का त्योहार है. रंगों के बगैर होली (Holi 2021) का त्योहार असंभव है. लेकिन यही रंग आपके जीवन में भंग डाल सकते हैं. आजकल रंगों में होने वाले केमिकल के इस्तेमाल के चलते आपको कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. होली पर इस्तेमाल होने वाले रंगों (Holi Colours) में हानिकारक पदार्थ होते हैं जो सेहत को कई तरह से नुकसान पहुंचा सकते हैं.
जानिए होली के रंग से होने वाले नुकसान और उसके बचाव-
नुकसान
होली में खास तौर से प्रयोग किए जाने वाले गहरे रंग कई तरह के खतरनाक केमिकलयुक्त व ऑक्सीडाइड होते हैं. ऐसे ही कुछ रंग जब त्वचा के संपर्क में आते हैं तो वो उसी समय या उसके ठहरने ते कुछ देर बाद खारिश या जलन पैदा करते हैं. इतना ही नहीं बल्कि कई बार होली में ल्यूकोडर्मा के काफी मामले देखने में आते है. इस बीमारी में चेहरे या त्वचा पर सफेद धब्बे हो जाते हैं जो हटाने इतने आसान नहीं होते.
केमिकलयुक्त रंग त्वचा के साथ-साथ बालों पर भी गहरा असर छोड़ते है. इन रंगों के इस्तेमाल से बाल झड़ने, डैंड्रफ जैसी कई समस्याएं होना आम बात है. कई बार ये रंग सिर की स्किन पर जम जाते हैं जो काफी नुक्सान दायक साबित हो सकते है.
होली खेलते वक्त रंगों के आंखों में जाने से जलन होना और लाल होना तो सामान्य बात है. लेकिन इसका आंखों की रोशनी पर गहरा असर पड़ सकता है. इससे आंखों की रोशनी हमेशा के लिए भी जा सकती है.
छोटे बच्चे अकसर चीजों को अपने मुंह में डालकर टेस्ट करना चाहते हैं. बच्चों कि ओर सावाधी बरते. इन रंगों में हानिकारक रसायन होते हैं जिनके सेवन से उल्टी या फिर मौत भी हो सकती है.
रंग खेलने के दौरान हमारे हाथ और पैर दोनों के ही नाखूनों में रंग भर जाता है. जिन लोगों कि स्किन सेंसेटिव होती है, उन्हे नेल्स कि स्किन के आस-पास जलन या खुजली की दिक्कत भी हो जाती हैं.
होठ मुलायम होते हैं, होली के कृत्रिम रंगों से होठ फट सकते हैं सीथ ही इन्फैक्शन जैसी समस्या भी देखने को मिल सकती है.
होली में उड़ता सूखा रंग हवा में मिलकर आपके नाक और मुंह के जरिए शरीर के अंदर पहुंच जाता है. जो कि दमा और सांस जैसी बीमारियों को जन्म देता है.
बचाव
होली खेलने से पहले अपने चेहरे, हाथों और शरीर के खुले भागों पर मॉश्चराइजर, सनस्क्रीन लोशन या फिर सरसों का तेल लगाएं. रंग छुड़ाने के लिए त्वचा को रगड़ें नहीं. अधिक रगड़ने से त्वचा पर चिपके हानिकारक कण त्वचा को छिल या काट सकते हैं, जिससे समस्या बढ़ सकती है.
होली खेलने से 1 घंटा पहले बालों में तेल लगा कर अच्छे से मसाज करें. तेल आप की त्वचा पर सुरक्षा की एक परत बनाएगा और इस से रंग आसानी से निकल जाएगा.
होली खेलते वक्त कोशिश करें कि रंगो को जितना हो सके उतना आंखों से दूर रखे. ऐसे मेम चश्मा लगाना एक अच्छा विकल्प साबित हो सकता है.
होली के दिन छोटे बच्चों पर खास ध्यान दें. रंगों को बच्चो कि पहुंच से दूर रखे. हो सके तो घर पर ही फल और फूलों से बने रंगों से होली खेलें.
अपने नाखूनों और क्यूटिकल्स यानी नाखूनों के तीनों तरफ की त्वचा पर अच्छी तरह से वैसलीन लगा लें. इससे आपकी क्यूटिकल्स में फंसे रंग को निकालने में आसानी होगी और रंग सीधे स्किन को डैमेज भी नहीं कर पाएगा.
होठों की देखभाल के लिए आप होठों पर वैसलीन या घर में बनी मलाई लगा सकते हैं. इससे आपके होंठ रंगों से होनेवाले खतरे से पूरी तरह प्रोटैक्ट रहेंगे.
इस बार होली ही नहीं बल्कि कोरोना भी है इसलिए आपको दोगुना सावधान रहने की जरूरत है.
(इनपुट-श्रैया त्यागी)