Jharkhand News: घाटशिला के बहरागोड़ा और चाकुलिया के आसपास के गरीब और आर्थिक रूप से कमजोर माता-पिता को अब अपनी बेटी की शादी की चिंता अब नहीं रहती है. क्योंकि इनके अपनी बेटी को शादी की चिंता भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर दिनेशानंद गोस्वामी कर रहे हैं और पिछले 8 वर्षों से हर बार बहरागोड़ा में सामूहिक शादी अनुष्ठान कराकर अब तक सैकड़ों बेटियों की शादी धूमधाम से करवाकर उसका घर बसवा चुके हैं.


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अपने सामाजिक जिम्मेदारी को निभाते हुए इस बार भी डॉक्टर दिनेशानंद गोस्वामी ने घाटशिला के बहरागोड़ा विधानसभा क्षेत्र के 20 बेटियों की शादी धूमधाम से कराई. इस ऐतिहासिक शादी की गवाह भी तकरीबन 20 हजार आम और खास लोग बने. बेटियों को विदाई के समय सोने-चांदी के गहने, कपड़े,गद्दा-तकिया और आलमारी के साथ उपहार के तौर पर हर वो सामग्री दी गयी, जो शादी के समय एक पिता अपनी बेटी को देते हैं. 


बहरागोड़ा के शाखा मैदान में आयोजित सामूहिक विवाह समारोह मे बतौर मुख्य अतिथि कोल्हान के पूर्व कमिश्नर विजय सिंह और पश्चिम बंगाल के तेज तर्रार एसपी रही पूर्व आईपीएस और भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता भारती घोष इस ऐतिहासिक शादी समारोह में पहुंचीं. जिन्होंने वर-वधु को आशीर्वाद दिया और इससे प्रेरणा लेकर इस तरह के समारोह आयोजित करने की बात कही.


इस विवाह के अवसर पर ढोल-नगाड़े, बाजे-गाजे के साथ बहरागोड़ा के मुख्य पथ होते हुए दुल्हे के साथ वर पक्ष के लोग सामूहिक विवाह स्थल पर पहुंचे. जहां पर महिलाओं के द्वारा पूरे विधि विधान के साथ दूल्हों की आरती उतारी गई. उन्हें शंख की ध्वनी के साथ मंडप पर बैठाया. विवाह स्थल पर सभी वर-वधुओं के लिए 20 अलग -लग मंडप बनाये गये थे. सभी मंडप पर पंडित, वर-वधु और उनके माता-पिता के साथ परिवार वाले की बैठने की व्यवस्था की गयी थी. इस विवाह समारोह में लगभग 20 हजार से अधिक लोग शामिल होकर इस ऐतिहासिक विवाह का साक्षी बने और दूल्हा-दुल्हनों को आशीर्वाद दिया.


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बता दें कि बीते सात सालों से सामूहिक विवाह का आयोजन किया जा रहा है. यह आठवां वर्ष है और अबतक कुल 168 बेटियों की शादी और कन्यादान डॉ. दिनेशानंद गोस्वामी ने किया है. गांव-गांव से बेटियों की शादी करने से पहले ग्राम सभा कर तय की जाती है. इसके बाद ही सामूहिक विवाह करायी जाती है. विवाह में बेटियों को उपहार के तौर पर सोने के कंगन, गद्दा, गोदरेज समेत अन्य समान दिये गये.


इस विवाह समारोह में समाज के अत्यंत गरीब तबके के लोगों की सुपुत्रियों का विवाह किया गया.‌ साथ ही वर को शपथ दिलायी गई कि वे कभी जीवन मे नशीले पदार्थों के सेवन नहीं करेंगे, घरेलू हिंसा में शामिल नहीं होंगे.


रिपोर्ट: रणधीर कुमार सिंह