सरायकेला:Jharkhand News: कुर्मी को आदिवासी में शामिल करने की मांग को लेकर कुर्मी समाज के लोगों ने बिहार और झारखंड में अनिश्चित काल के लिए उग्र आंदोलन का आगाज कर दिया है. इस आंदोलन के दौरान पश्चिम बंगाल और झारखंड में कई जगहों पर हजारों की संख्या में कुर्मी समाज के लोग सड़क और रेलवे ट्रैक पर उतर कर प्रदर्शन कर रहे हैं. इस दौरान लोगों ने ट्रेनों को रोक दिया. जिससे पश्चिम बंगाल और झारखण्ड में जनजीवन मानो ठहर सा गया है.


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कुर्मी को एसटी में शामिल करने की मांग
बंगाल और झारखंड के कुर्मी समाज के लोगों ने कुर्मी समाज को एसटी में शामिल करने की मांग को लेकर जोरदार प्रदर्शन करते हुए बंगाल और झारखंड की रेल मार्ग को जाम कर दिया. सुबह से ही कुर्मी समाज के लोगों ने ढोल नगाड़ा और बाजे के साथ नारेबाजी के साथ रेलवे स्टेशन पर पहुंचे और ट्रेन चक्का को जाम कर दिया. ‌बंगाल की खेमशोली और झारखंड के नीमडीह स्टेशन पर भारी संख्या में लोगों ने नारेबाजी के साथ प्रदर्शन करते हुए अपनी मांग रखी. 


ट्रैक पर जमे आंदोलनकारी
वहीं झारखण्ड के सरायकेला खरसावां जिला के नीमडीह में टोटेमिक कुड़मी/कुरमी के बैनर तले चुहाड़ विद्रोह महानायक रघुनाथ महतो के क्षेत्र नीमडीह रेल फाटक से लेकर स्टेशन परिसर तक जाम किया गया. कुर्मी समाज को अनुसूचित जनजाति में शामिल करने समेत अन्य मांगों को लेकर समाज के लोगों द्वारा नीमडीह स्टेशन पर रेल जाम किया गया. सरायकेला खरसवां जिले के नीमडीह स्टेशन पर रेल जाम में हजारों की संख्या में कुड़मी समाज के लोगों एक साथ इक्कठा हुए. साथ ही आंदोलन को शांति से पार करने के लिए मौके पर प्रशासन, रेलवे पुलिस के दल बल मौजूदगी में आंदोलन का शुरुआत हुई.


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हजारों संख्या में लोग शामिल हुए
मिली जानकारी के अनुसार पूरे झारखंड राज्य से सिर्फ निमडीह रेलवे स्टेशन में आंदोलन के लिए रेलवे प्रशासन के द्वारा मिला. इस कारण नीमडीह रेलवे स्टेशन में तीन राज्यों के लोग एक साथ जुटे. यहां झारखंड के विभिन्न क्षेत्रों से कुड़मी/कुरमी समाज के महिला पुरुष इक्कठा हुए और रेल के पटरी पर उतरकर जाम किया. वहीं, इस कार्यक्रम में भाग लेने ओडिशा और पश्चिम बंगाल से भी हजारों संख्या में लोग शामिल हुए. 


इनपुट- रणधीर कुमार सिंह