रामगढ़:Jharkhand News: ठगी करने की आदत ने शमशाद अंसारी की जान ले ली. वह हर जगह नटवरलाल की तरह घूमता था और लोगों को ठगने का काम करता था. यही वजह थी कि सिकनी में भी जब उसने एक वृद्ध व्यक्ति से 22000 रुपए की ठगी कर ली, तो गांव वाले उग्र हो गए और उसकी पिटाई कर दी. पूरा मामला राजधानी रांची से सटे रामगढ़ का बताया जा रहा है. शमशाद अंसारी के मौत के मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार भी कर लिया गया है. इस बात का खुलासा बुधवार की शाम प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रामगढ़ एसपी पीयूष पांडे ने किया है. उन्होंने बताया कि सिकनी गांव में मंगलवार को शमशाद अंसारी जब गया था तो उसने जयधन महतो को इस बात का झांसा दिया कि उनका बेटा किसी उलझन में फंस गया है, और उसे बचाने के लिए पैसे की आवश्यकता है.


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गांव वालों को जब उस ठग के बारे में पता चला तो वे उसे ढूंढे और उसकी पिटाई कर दी. हालांकि इस दौरान ग्रामीणों के द्वारा उस ठग के बारे में पुलिस को सूचना भी दी गई थी. यह पूरी वारदात 10 -15 लोगों के द्वारा मिलकर की गई है. इसमें किसी भी तरह से मॉब लिंचिंग जैसी कोई बात नहीं है. एसपी पीयूष पांडे ने बताया कि गिरफ्तार लोगों में सिकनी गांव के पूरन महतो, भुवनेश्वर महतो, हीरालाल महतो, बालेश्वर महतो और अरविंद महतो शामिल हैं. जिस वक्त शमशाद अंसारी की पिटाई की गई थी, ये लोग वहां मौजूद थे. इस वारदात में कुछ और लोगों की भी पहचान की गई है. जिनकी गिरफ्तारी शीघ्र कर ली जाएगी.


एसपी पीयूष पांडे ने बताया कि सोशल मीडिया और कुछ अन्य मीडिया में इस घटना को लेकर मॉब लिंचिंग की बात की जा रही है. कुछ स्थानों पर इसे प्रचारित भी किया जा रहा है. लेकिन पुलिस की नजर हर उस बिंदु पर है. शमशाद अंसारी की मौत जरूर हुई है लेकिन यह वारदात मॉब लिंचिंग कि नहीं है. एसपी ने बताया कि इस कांड को मॉब लिंचिंग की श्रेणी में रखना उचित नहीं होगा. मॉब लिंचिंग की घटना में बड़ी संख्या में अनियंत्रित भीड़ तंत्र के द्वारा हत्या की घटना को अंजाम दिया जाता है.अगर कोई भ्रामक सूचना फैलता है तो पुलिस कानूनी स्तर से कार्रवाई करेगी.


इनपुट- झूलन अग्रवाल


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