Jharkhand: जमशेदपुर में मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने श्वेत क्रांति के तहत कोल्हान वासियों को दी डेयरी प्लांट की सौगात
Jharkhand News: झारखंड के जमशेदपुर के मानगो बालीगुमा में मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने मेधा डेयरी प्लांट का शिलान्यास किया. 68 करोड़ की लागत से बनने वाले इस डेयरी प्लांट से प्रतिदिन 50 हजार लीटर दूध का उत्पादन हो सकेगा.
जमशेदपुर: Jharkhand News: झारखंड के जमशेदपुर के मानगो बालीगुमा में मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने मेधा डेयरी प्लांट का शिलान्यास किया. 68 करोड़ की लागत से बनने वाले इस डेयरी प्लांट से प्रतिदिन 50 हजार लीटर दूध का उत्पादन हो सकेगा. जिससे शहर और आस-पास में दूध की कमी पूरी होगी. शिलान्यास के दौरान कृषि मंत्री बादल पत्रलेख, स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, जुगसलाई विधायक मंगल कालिंदी, बहरागोड़ा विधायक समीर महंती पोटका विधायक संजीव सरदार, मुख्यमंत्री के सचिव अरवा राजकमल और मेधा के एमडी सुधीर सिंह समेत कई पदाधिकारी मौजूद रहे.
कार्यक्रम में पहुंचने पर मुख्यमंत्री चम्पई सोरेन का झारखंडी परंपरा नके अनुसार ढोल-धमसा की धुन पर स्वागत किया गया. मेधा डेयरी प्रोजेक्ट की स्थापना के लिए मुख्यमंत्री चम्पई सोरेन ने वैदिक रीति रिवाज के साथ भूमि पूजन किया. इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत मुख्यमंत्री चम्पई सोरेन, बहरागोड़ा विधायक समीर मोहंती, जुगसलाई विधायक मंगल कालिंदी और अन्य अतिथियों के द्वारा द्वीप प्रज्ज्वलित कर की गई और इस अवसर पर मेधा डेयरी के द्वारा मुख्यमंत्री और अन्य अतिथियों को पारम्परिक टोपी और अंगवस्त्र तथा स्मृति चिन्ह भेंट किया गया.
मौके पर लोगों को संबोधित करते हुए बहरागोड़ा विधायक समीर कुमार मोहंती ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा और सिदो कान्हू के साथ पूर्व मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के सपनो का झारखंड मुख्यमंत्री चम्पई सोरेन बनाएंगे. कृषि मंन्त्री बादल पत्रलेख ने कहा कि देश दुनिया मे औद्योगिक शहर के रूप में ख्याति प्राप्त जमशेदपुर और कोल्हान के विकास की कड़ी में आज से एक और आयाम मेधा डेयरी की स्थापना के साथ शुरू हुई है.
मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने कहा कि इस डेयरी प्लांट के शुरू होने से शहर में दूध की समस्या खत्म हो जाएगी. प्रतिदिन 50 हजार लीटर की झमता वाला यह डेयरी प्लांट सीधे किसानों को भी लाभ पहुंचाएगा. हमारी सरकार राज्य के सभी वर्गों को ध्यान में रखकर योजनाओं को बना रही है. किसी भी देश और समाज को आगे बढ़ाना है तो शिक्षा को मजबूत करना होगा.
हमारी सरकार राज्य में संथाली, बंगला, ओड़िया सहित अन्य स्थानीय भाषाओं की पढ़ाई प्राईमरी क्लास से शुरू करेगी. जिससे राज्य के बेहतर भविष्य को मजबूत बनाने में सहायता मिलेगी.
इनपुट- रणधीर कुमार सिंह, जमशेदपुर
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