रजरप्पा:Navratri 2022: देश के प्रसिद्ध और झारखंड के इकलौते सिद्धपीठ रजरप्पा मंदिर में नवरात्र के प्रथम दिन मां शैलपुत्री की पूजा की गई. इस मौके पर माता के दरबार में श्रद्धालुओं का जमावड़ा लगा. वहीं कोलकता से आये कारीगर मां छिन्नमस्तिके मंदिर को विभिन्न तरह के फूलों से सजाने में जुटे है. माता के दर्शन करने आए श्रद्धालु भैरवी और दामोदर के संगम में स्नान कर मंदिर में मत्था टेक मां से मनोवांछित फल मांग रहे है.


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विशेष होता है नवरात्रि महोत्सव 
वहीं मंदिर के मुख्य पुजारी ने बताया कि झारखंड के प्रसिद्ध सिद्धपीठ रजरप्पा मंदिर में नवरात्रि के विशेष मौके पर देश अलग अलग राज्यो से श्रद्धालु माँ छिन्नमस्तिके देवी की पूजा अर्चना करने पहुंचते हैं. नवरात्र में रजरप्पा मंदिर का महोत्सव विशेष होता है. जो भी श्रद्धालु सच्चे मन से माता से मुराद मांगते है मां उसे जरूर पूरा करती है. वहीं रजरप्पा मंदिर के वरिष्ठ पुजारी ने बताया कि आज 2022 शारदीय नवरात्र का प्रथम दिन है. देवी दुर्गा का प्रथम स्वरूप मां शैलपुत्री की कलश स्थापना कर विधिवत पूजा किया जाएगा. इस बार भगवती का गज से आगमन है और नौका से गमन है. इसका अर्थ है कि इस बार बहुत ही अच्छा होगा. इस मौके पर माता के दरबार को फूलों से सजाया जा रहा है. 


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दूर-दूर से आते हैं श्रद्धालु
वहीं दर्शन करने आए माता के भक्त कतार बद्ध होकर मां छिन्नमस्तिके देवी की जयकारे के साथ पूजा कर रहे है. श्रद्धालु के भीड़ को देखते हुए जिला पुलिस के जवान भी सुरक्षा व्यवस्था में लगे हुए हैं. हरियाणा से आये एक श्रद्धालु ने बताया कि माँ की बहुत कृपा है. यहां आने से सभी मन्नतें पूरी होती है. यहां आने पर अलग ही सुकून मिलता है. वहीं अपनी मन्नत पूरा होने पर अपने परिवार के साथ माता के दर्शन के लिए आई एक महिला श्रद्धालु ने बताया कि माँ छिन्नमस्तिके देवी के दरबार से कोई खाली हाथ नही जाता है. तभी तो सालोभर मां के दरबार मे श्रद्धालुओ की भीड़ रहती है.