रामगढ़ में हेमंत सरकार खोलेगी मॉडल स्कूल, सीएम ने की घोषणा, जानें क्या है योजना
सीएम ने कहा कि क्षेत्र में सूखा पड़ गया. ऐसे में राज्य के 226 प्रखंड को सूखाग्रस्त घोषित किया गया है. जिसमें 30 लाख किसान परिवार को राहत दी जायेगी. इन्हें 35 सौ रुपये दिये जायेंगे. इसके लिए शिविर में किसानों से आवेदन लिए जायेंगे.
जमशेदपुर : झारखंड़ सरकार रामगढ़ में रहने वाले बच्चों को मॉडल स्कूल की सौगात देने जा रही है. इस योजना की घोषणा खुद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने दादा सोबरन सोरेन के शहादत दिवस के मौके पर क्षेत्रीय जनता से कहते हुए कहीं है. उन्होंने कहा कि मॉडल स्कूल में प्राइवेट स्कूलों से बेहतर सरकारी विद्यालय बनाये जायेंगे. जिसमें अगले वर्ष से बच्चों की पढ़ाई शुरू की जायेगी.
मॉडल स्कूल में प्राइवेट स्कूल से अच्छी होगी पढ़ाई
सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि दुमका, पलामू व गढ़वा में मॉडल स्कूल का उद्धाटन किया गया है. जिसमें प्राइवेट स्कूल से अच्छी पढ़ाई होगी. साथ ही रामगढ़ में मॉडल स्कूल खुलेंगे. उन्होंने कहा कि शिक्षकों को विशेष रूप से प्रशिक्षण दिया जायेगा. जहां अंग्रेजी मीडियम के स्कूल की तर्ज पर बच्चों को शिक्षा एवं वातावरण मिलेगा. सीएम ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र के विकास के कार्य योजनाएं बनायी है. गांव मजबूत होगा, तो शहर और राज्य मजबूत होगा. इसलिए गांव को मजबूत करना बहुत जरूरी है. हमलोग शुरू से ही अत्याचार और शोषण का शिकार होते रहे हैं, लेकिन कभी-कभी ऊपरवाला भी हमारे साथ अन्याय करता है.
सरकार किसानों को जल्द देगी राहत
सीएम ने कहा कि क्षेत्र में सूखा पड़ गया. ऐसे में राज्य के 226 प्रखंड को सूखाग्रस्त घोषित किया गया है. जिसमें 30 लाख किसान परिवार को राहत दी जायेगी. इन्हें 35 सौ रुपये दिये जायेंगे. इसके लिए शिविर में किसानों से आवेदन लिए जायेंगे. साथ ही कहा कि 20 वर्षों से यहां के लोग प्रखंड कार्यालय का चक्कर लगा रहे थे, लेकिन हमारी सरकार में पदाधिकारी गांव और लोगों के घर तक पहुंच रही है. इसके अलावा मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में सावित्री बाई फुले किशोरी समृद्धि योजना शुरू की गयी है. इस योजना के माध्यम से सभी गरीब वर्ग की बालिकाओं को कक्षा 8वीं से लेकर कक्षा 12वीं तक वित्तीय सहायता प्रदान की जा रही है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज रामगढ़ जिला स्थित बरलंगा गांव के समीप लुकैयाटांड़ में शहीद सोबरन सोरेन के शहादत दिवस के अवसर पर मेला लग रहा है. आज इस स्थल पर स्कूल बन रहा है. लोग रात में भी घूम रहे हैं. समय के साथ बहुत कुछ बदला है. मुझे याद है कि पहले यह जंगल क्षेत्र हुआ करता था. पिछले 20 वर्षों तक इस क्षेत्र के ग्रामीण विकास का बाट जोह रहे थे.