गर्मी आते ही पानी की समस्या शुरू, जामताड़ा में नदी का गंदा पानी पीने को मजबूर ग्रामीण
Jharkhand News: झारखंड राज्य बने करीब 23 वर्ष हो गया है. लेकिन झारखंड के जामताड़ा में नारायणपुर प्रखंड के छाताबाद गांव के कोचवा टोला के लोग आज भी विकास से कोसो दूर खड़ा है. गांव के इस टोला तक आने-जाने के लिए ना तो एक अच्छी सड़क है और ना ही पीने के लिए पेयजल की समुचित व्यवस्था है.
जामताड़ा: Jharkhand News: झारखंड राज्य बने करीब 23 वर्ष हो गया है. लेकिन झारखंड के जामताड़ा में नारायणपुर प्रखंड के छाताबाद गांव के कोचवा टोला के लोग आज भी विकास से कोसो दूर खड़ा है. गांव के इस टोला तक आने-जाने के लिए ना तो एक अच्छी सड़क है और ना ही पीने के लिए पेयजल की समुचित व्यवस्था है. जिस कारण लोग आज भी टोला से आधा किलोमीटर दूर बेडिया नदी से पानी लाकर अपनी प्यास बुझाने को मजबूर हैं. टोला के रामलाल हेम्ब्रम, सोनेलाल हेम्ब्रम, जोगन हेम्ब्रम, छत्तीस हेम्ब्रम, सुरेश हेम्ब्रम, साहेब लाल हेम्ब्रम आदि लोगों ने बताया कि हम लोग के गांव एक पेयजल कूप है. लेकिन उसका पानी पीने लायक नहीं है.
गंदा पानी पीने को मजबूर ग्रामीण
ग्रामीणों ने बताया कि चंपापुर पानी टंकी से जो पानी सप्लाई किया जाता है, वह भी रोज नहीं आता है. जिस कारण हम लोगों को मजबूरन बेडिया नदी में चुंवा खोदकर पीने के लिए पानी का जुगाड़ करना पड़ता है और अपने परिवार का प्यास बुझाना पडता है. लोगों ने कहा कि यह समस्या गर्मी नहीं बल्कि बरसात के दिनों में काफी बढ़ जाता है.जब नदी में पानी भर आता है तो हम लोगों के समक्ष पेयजल की घोर समस्या उत्पन्न हो जाती है.
नदी का पानी पीने से हो रहे बिमार
लोगों ने कहा कि इस तरह के पानी पीकर हम लोग बीमार पड़ रहे हैं. जिसे देखने वाला कोई नहीं है. लोगों ने विभाग से इस दिशा में ध्यान देकर टोला में चापाकल लगवाने की मांग किया है. ताकि पेयजल की समस्या से निजात मिल पाए. मामले को लेकर जब जामताड़ा विधायक इरफान अंसारी से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि यह मीडिया की उपज है. विपक्षी सरकार को बदनाम करने के लिए इस तरह की बातें करते हैं. हालांकि नारायणपुर के बीडीओ ने मामले को संज्ञान में लिया है और उन्होंने कहा है कि जल्द ही इस समस्या का निदान किया जाएगा.
इनपुट- देबाशीष भारती