Jamui Anganwadi: सिस्टम की लापरवाही! 11 साल में भी पूर्ण नहीं हो पाया आंगनबाड़ी केंद्र का भवन
Jamui Anganwadi: बिहार के जमुई के चकाई प्रखंड के परांची पंचायत के सिमरिया कुम्हार टोली गांव के छोटे-छोटे नैनीहाल सिस्टम की मार झेल रहे हैं. सिस्टम की लापरवाही का नतीजा यह है कि 11 साल बीत गए फिर भी आंगनबाड़ी केंद्र का भवन पूर्ण नहीं हो पाया है.
जमुई: Jamui Anganwadi: बिहार के जमुई के चकाई प्रखंड के परांची पंचायत के सिमरिया कुम्हार टोली गांव के छोटे-छोटे नैनीहाल सिस्टम की मार झेल रहे हैं. सिस्टम की लापरवाही का नतीजा यह है कि 11 साल बीत गए फिर भी आंगनबाड़ी केंद्र का भवन पूर्ण नहीं हो पाया है.
11 वर्ष बाद भी पूरा नहीं हुआ आंगनबाड़ी केंद्र का भवन
आंगनबाड़ी केंद्र की सेविका के अनुसार, भवन भले ही अधूरा है लेकिन निर्माण की राशि भी निकाल ली गई है. जिससे जिम्मेदारों पर सवाल खड़े हो रहे हैं कि आखिरकार 11 वर्ष बाद भी आंगनबाड़ी केंद्र का भवन पूर्ण क्यों नहीं हो पाया. जिससे आज भी भीषण गर्मी में आंगनबाड़ी केंद्र के बच्चे अधूरे आंगनबाड़ी केंद्र के बजाय इधर-उधर बैठकर पढ़ने को मजबूर हैं.
साल 2013 में गांव में आंगनबाड़ी केंद्र का निर्माण हुआ शुरू
इस संबंध में आंगनबाड़ी केंद्र सं. 26 की सेविका रीना देवी ने चकाई सीडीपीओ एवं बीडीओ को आवेदन देकर विलंब आंगनबाड़ी केंद्र का भवन पूर्ण करने की मांग की है. सेविका रीना देवी ने बताया कि 13वीं वित्त आयोग से पंचायत सेवक द्वारा साल 2013 में गांव में आंगनबाड़ी केंद्र का निर्माण शुरू किया गया. लेकिन, सिर्फ दीवार पूर्ण करके छोड़ दिया गया है. ढलाई एवं अन्य कार्य अधूरे है और सब पैसे की निकासी हो गई है.
पूरे मामले की जांच का किया अनुरोध
सेविका ने आगे बताया कि जब पंचायत सचिव को आंगनबाड़ी केंद्र भवन पूर्ण करने को कहा जाता है तो वह उल्टा-सीधा जवाब दे देता है. सेविका ने गर्मी को देखते हुए पदाधिकारी से विलंब आंगनबाड़ी केंद्र का कार्य पूर्ण करने और पूरे मामले की जांच का अनुरोध किया है.
आधा अधूरा आंगनबाड़ी केंद्र को पूर्ण करने की मांग
बाल विकास परियोजना पदाधिकारी ज्योति कुमारी ने भी प्रखंड विकास पदाधिकारी को पत्र लिखकर 13वीं वित्त आयोग द्वारा निर्मित आधा अधूरा आंगनबाड़ी केंद्र को पूर्ण करने की मांग की है. बीडीओ दुर्गा शंकर का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है. जांच के बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी और जल्द ही भवन को पूर्ण कराया जाएगा.
इनपुट- अभिषेक निराला, जमुई